Lakhinpur Case: आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे सिद्धू
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Lakhinpur Case: आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे सिद्धू

शुक्रवार शाम लखीमपुर खीरी पहुंचे नवजोत सिंह सिद्धू हिंसा में जान गंवाने वाले किसान लवप्रीत के परिजनों से मिलने के बाद पत्रकार रमन कश्यप के घर पहुंचे. य​हां वह दिवंगत पत्रकार के प​रिवारीजनों से ​मुलाकात के बाद धरने पर बैठ गए.

पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू.

लखनऊ: लखीमपुर खीरी हिंसा को लेकर तमाम विपक्षी दलों के नेता लगातार पीड़ितों के परिवार से मुलाकात करने पहुंच रहे हैं. इस बीच पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) भी शुक्रवार को लखीमपुर खीरी पहुंचे. यहां उन्होंने मृतक किसान लवप्रीत और पत्रकार रमन कश्यप के परिजनों से मुलाकात की. इस दौरान नवजोत सिं​​ह सिद्धू ने फिर केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी की मोदी मंत्रिमंडल से बर्खास्तगी की मांग की.

शुक्रवार शाम लखीमपुर खीरी पहुंचे नवजोत सिंह सिद्धू हिंसा में जान गंवाने वाले किसान लवप्रीत के परिजनों से मिलने के बाद पत्रकार रमन कश्यप के घर पहुंचे. य​हां वह दिवंगत पत्रकार के प​रिवारीजनों से ​मुलाकात के बाद धरने पर बैठ गए. कहा कि जब तक मिश्रा जी (अजय मिश्रा टेनी) के बेटे आशीष के ऊपर कार्रवाई नहीं होती, वह जांच में शामिल नहीं होता और जब तक सभी आरोपी गिरफ्तार नहीं होते मैं यहां भूख हड़ताल पर बैठूंगा. इसके बाद मैं मौन हूं कोई बात नहीं करूंगा. 

वहीं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव शुक्रवार को बहराइच पहुंचे. यहां सपा अध्यक्ष लखीमपुर खीरी हिंसा में जान गंवाने वाले किसानों गुरविंदर और दिलजीत के परिजनों से मिले. उनकी लड़ाई को जारी रखने का भरोसा दिलाया. अखिलेश यादव ने कहा कि केंद्रीय मंत्री के पद पर रहते हुए अजय मिश्रा टेनी के बेटे के खिलाफ निष्पक्ष जांच और पूछताछ कैसे संभव है. अब तो सुप्रीम कोर्ट को भी इस मामले में भाजपा सरकार की जांच पर भरोसा नहीं है.

आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार को लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में सुनवाई हुई. मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली 3 जजों की पीठ ने आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी नहीं होने पर यूपी सरकार को फटकार लगाई. तंज कसते हुए कहा कि आईपीसी की धारा 302 के आरोपी को नोटिस भेजकर प्लीज आइए, पूछताछ में शामिल हो जाइए कहा जाता है क्या? शीर्ष अदालत ने कहा कि इस मामले में यूपी सरकार की ओर जांच के लिए उठाए गए कदमों से वह संतुष्ट नहीं है. किसी दूसरी एजेंसी से मामले की जांच कराने के विकल्प पर विचार किया जा सकता है.

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