शुक्रवार शाम लखीमपुर खीरी पहुंचे नवजोत सिंह सिद्धू हिंसा में जान गंवाने वाले किसान लवप्रीत के परिजनों से मिलने के बाद पत्रकार रमन कश्यप के घर पहुंचे. यहां वह दिवंगत पत्रकार के परिवारीजनों से मुलाकात के बाद धरने पर बैठ गए.
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लखनऊ: लखीमपुर खीरी हिंसा को लेकर तमाम विपक्षी दलों के नेता लगातार पीड़ितों के परिवार से मुलाकात करने पहुंच रहे हैं. इस बीच पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) भी शुक्रवार को लखीमपुर खीरी पहुंचे. यहां उन्होंने मृतक किसान लवप्रीत और पत्रकार रमन कश्यप के परिजनों से मुलाकात की. इस दौरान नवजोत सिंह सिद्धू ने फिर केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी की मोदी मंत्रिमंडल से बर्खास्तगी की मांग की.
Punjab Pradesh Congress Committee President Navjot Sidhu Ji while sitting for the hunger strike demanding justice for Lakhimpur massacre victims. pic.twitter.com/UIjGpkvR7U
— Punjab Congress (@INCPunjab) October 8, 2021
शुक्रवार शाम लखीमपुर खीरी पहुंचे नवजोत सिंह सिद्धू हिंसा में जान गंवाने वाले किसान लवप्रीत के परिजनों से मिलने के बाद पत्रकार रमन कश्यप के घर पहुंचे. यहां वह दिवंगत पत्रकार के परिवारीजनों से मुलाकात के बाद धरने पर बैठ गए. कहा कि जब तक मिश्रा जी (अजय मिश्रा टेनी) के बेटे आशीष के ऊपर कार्रवाई नहीं होती, वह जांच में शामिल नहीं होता और जब तक सभी आरोपी गिरफ्तार नहीं होते मैं यहां भूख हड़ताल पर बैठूंगा. इसके बाद मैं मौन हूं कोई बात नहीं करूंगा.
Justice Delayed - Justice Denied … With family of brave heart Lovepreet Singh (20), victim of brutal murders by Union Minister’s son pic.twitter.com/Oa3KQ5Gl0m
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) October 8, 2021
वहीं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव शुक्रवार को बहराइच पहुंचे. यहां सपा अध्यक्ष लखीमपुर खीरी हिंसा में जान गंवाने वाले किसानों गुरविंदर और दिलजीत के परिजनों से मिले. उनकी लड़ाई को जारी रखने का भरोसा दिलाया. अखिलेश यादव ने कहा कि केंद्रीय मंत्री के पद पर रहते हुए अजय मिश्रा टेनी के बेटे के खिलाफ निष्पक्ष जांच और पूछताछ कैसे संभव है. अब तो सुप्रीम कोर्ट को भी इस मामले में भाजपा सरकार की जांच पर भरोसा नहीं है.
Punjab Pradesh Congress Committee President Navjot Singh Sidhu Ji will sit on a hunger strike, demanding that the son of Union Minister Ajay Mishra is made part of the investigation in the Lakhimpur massacre. pic.twitter.com/ORKZXNebbK
— Punjab Congress (@INCPunjab) October 8, 2021
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार को लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में सुनवाई हुई. मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली 3 जजों की पीठ ने आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी नहीं होने पर यूपी सरकार को फटकार लगाई. तंज कसते हुए कहा कि आईपीसी की धारा 302 के आरोपी को नोटिस भेजकर प्लीज आइए, पूछताछ में शामिल हो जाइए कहा जाता है क्या? शीर्ष अदालत ने कहा कि इस मामले में यूपी सरकार की ओर जांच के लिए उठाए गए कदमों से वह संतुष्ट नहीं है. किसी दूसरी एजेंसी से मामले की जांच कराने के विकल्प पर विचार किया जा सकता है.
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