सुसाइड नोट को लेकर महंत नरेंद्र गिरी के शिष्य बलवीर गिरी का बड़ा बयान, कहा- अपराधी को छोड़ेंगे नहीं
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सुसाइड नोट को लेकर महंत नरेंद्र गिरी के शिष्य बलवीर गिरी का बड़ा बयान, कहा- अपराधी को छोड़ेंगे नहीं

आपको बता दें कि महंत नरेंद्र गिरि ने अपने सुसाइड नोट में बलवीर गिरी को अपना उत्तराधिकारी बनाया है. बलवीर गिरी महंत नरेंद्र गिरी के उत्तराधिकारी होंगे. वह तकरीबन 15 साल पुराने शिष्य हैं...

सुसाइड नोट को लेकर महंत नरेंद्र गिरी के शिष्य बलवीर गिरी का बड़ा बयान, कहा- अपराधी को छोड़ेंगे नहीं

प्रयागराज: प्रयागराज स्थित बाघंबरी गद्दी और मठ के महंत नरेंद्र गिरी की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत ने सबको चौंका दिया है. पुलिस प्रथम दृष्टया इस मामले को खुदकुशी मानकर सभी एंगल से जांच कर रही है. वहीं, खुदकुशी के लिए उकसाने के आरोप महंत नरेंद्र गिरी के शिष्य आनंद गिरी पर लगे हैं. लेकिन, आनंद गिरी ने मठ की संपत्तियों से जुड़े विवाद को महंत की मौत की वजह बताया है. वहीं, नरेंद्र गिरी के सुसाइड नोट पर उनके शिष्य बलवीर गिरी ने कहा है, "मैंने वो राइटिंग देखी है, वो गुरुदेव के हाथ के ही अक्षर हैं. जिसके कारण भी यह हुआ है, हम उसे छोड़ेंगे नहीं. उसको जेल भिजवाकर ही रहेंगे."

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परेशान थे, लेकिन किसी से नहीं किया जिक्र
उन्होंने यह भी कहा कि जहां तक मैंने वो राइटिंग देखी है, वह गुरुदेव के हाथ के अक्षर ही हैं. वह इतने परेशान थे, लेकिन उन्होंने कभी हमें नहीं बताया. इस तरीके की परेशानी गुरु कहां शिष्य को बताएगा. गुरु तो पी जाता है जहर, शिष्य का कर्म होता है कि उनके आचरण का अनुसरण करे.

हरिद्वार आश्रम के प्रभारी हैं बलवीर गिरी
आपको बता दें कि महंत नरेंद्र गिरि ने अपने सुसाइड नोट में बलवीर गिरी को अपना उत्तराधिकारी बनाया है. बलवीर गिरी महंत नरेंद्र गिरी के उत्तराधिकारी होंगे. वह तकरीबन 15 साल पुराने शिष्य हैं. इससे पहले, महंत नरेंद्र गिरी ने बलवीर गिरी को हरिद्वार आश्रम का प्रभारी बनाया हुआ था. महंत ने अपनी वसीयत में बलवीर गिरी को उत्तराधिकारी घोषित किया है.

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आनंद और बलवीर गिरी साथ ही बने थे शिष्य
आनंद गिरी और बलवीर गिरी, दोनों तकरीबन एक ही समय में महंत नरेंद्र गिरी के शिष्य बने थे. लेकिन बलवीर गिरी सबसे प्रिय शिष्यों में से थे. आनंद गिरी के निष्कासन के बाद बलवीर गिरी ही नंबर दो की हैसियत रखते थे. सीएम योगी आदित्यनाथ के आने पर बलवीर गिरी ही उनके ठीक बगल में बैठे थे.

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