महाराजगंज: इस सरकारी स्कूल में पुलिस को देख खिलखिला उठे मासूमों के चेहरे, जानें क्यों?
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महाराजगंज: इस सरकारी स्कूल में पुलिस को देख खिलखिला उठे मासूमों के चेहरे, जानें क्यों?

 Maharajganj News: यूं तो पुलिस को देखकर अच्छे-अच्छों की बोलती बंद हो जाती है. हर कोई दाएं-बाएं से कन्नी काटने लगता है. वहीं, इसके उलट नौतनवा स्थित प्राथमिक विद्यालय में पुलिस के पहुंचते ही बच्चे खिलखिला उठते हैं. 

महाराजगंज: इस सरकारी स्कूल में पुलिस को देख खिलखिला उठे मासूमों के चेहरे, जानें क्यों?

 

अमित त्रिपाठी/महाराजगंज: पुलिस शब्द सुनते और पुलिस को देखते ही लोगों में तुरंत पुलिस को लेकर नकारात्मक विचार आने लगते हैं. हालांकि अब आप अपने मन से पुलिस के नकारात्‍मक भाव को बदल सकते हैं. ऐसा इसलिए कि कुछ ऐसे भी खाकी वर्दी धारी हैं जो इस धारणा में बदलाव ला रहे हैं. ऐसे ही महाराजगंज जनपद के नौतनवा थानाध्यक्ष सुनील राय हैं जिनकी अनोखी पहल की अब लोग तारीफ कर रहे हैं. पुलिस में नौकरी मिलने से पहले पेशे से शिक्षक थे जो अब पुलिस की नौकरी के साथ-साथ बच्चों को शिक्षित करने का बीड़ा उठाए हुए हैं.

थानाध्यक्ष को देख खिलखिला उठा बच्चों का चेहरा 

नौतनवा स्थित प्राथमिक विद्यालय में आज सुबह जब पुलिस की गाड़ी रुकी तो आसपास के लोग पुलिस को देखने लगे कि स्कूल में कोई बात तो नहीं हो गया, लेकिन जब खुद थानाध्यक्ष सुनील राय बच्चों के बीच पहुंचे. उन्होंने हंसते हुए बच्चों को बताया कि आज विद्यालय में वह एक पुलिसकर्मी बनकर नहीं बल्कि उनके शिक्षक बनकर आए हैं. वह उनको पढ़ाएंगे, जिसके बाद बच्चे काफी खुश हो गए. थानाध्यक्ष ने बच्चों को गणित का सवाल ब्लैक बोर्ड पर हल करवाया और साथ ही साथ जब उन्हें आ नहीं रहा था तो उनको बताया भी.अपने बीच में एक पुलिसकर्मी को पाकर बच्चे काफी खुश नजर आएं

पहले शिक्षक थे थानाध्यक्ष सुनील राय

इंस्पेक्टर सुनील राय ने बताया कि वह पुलिस की नौकरी में आने से पहले शिक्षक थे, जिससे जब भी उन्हें मौका मिलता है जिस भी थाने पर वह रहते हैं तो एक प्राइमरी स्कूल को गोद लेकर वहां पर बच्चों को पढ़ाने का काम करते हैं. बच्चों को पढ़ाना उनको काफी पंसद है. सप्ताह में एक दिन वह अपने गोद लिए प्राथमिक विद्यालय में पहुंचकर बच्चों को किताबों के साथ-साथ सामाजिक ज्ञान भी देते हैं. इससे एक तो उनके अंदर पुलिस को लेकर किसी तरह का भय नहीं रहता और दूसरे उनका मन भी पढ़ाई में लगा रहता है. उन्होंने कहा कि यह बच्चे भविष्य में समाज की संरचना में अपना योगदान देने वाले हैं. इनके शिक्षा और संस्कार की बुनियाद को मजबूत करके ही शिक्षित, सुरक्षित और सभ्य समाज की स्थापना सुनिश्चित की जा सकती है. 

एक तरफ जहां उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्यप्रणाली पर हमेशा सवाल खड़े होते रहते हैं. वहीं, अब योगी सरकार में पुलिस बेहतर कार्य कर रही है, जिससे लोगों में यूपी पुलिस की छवि काफी अच्छी होती जा रही है. पुलिसकर्मियों के द्वारा प्राथमिक विद्यालयों को गोद लेकर वहां शिक्षा प्रदान करना और उनके जरूरत के सामानों को देना कहीं ना कहीं पुलिस के छवि को और बेहतर बनाने का काम कर रही है. 

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