मुरादाबाद: आपने बच्चों के भविष्य को संवारते वाले कई शिक्षकों के बारे में सुना होगा. लेकिन मुरादाबाद में एक टीचर ऐसा भी है जिसने भविष्य गढ़ने वाली स्कूल के क्लासरूम का ही सौदा कर डाला. 30 हजार रुपये में टीचर ने एक व्यक्ति को वही क्लासरूम बेच दिया जहां वह बच्चों को पढ़ाया करता था. इससे पहले की वह दूसरा क्लासरूम बेच पाता, अधिकारियों को इसकी भनक लग गई. जानिए आगे क्या हुआ.
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आकाश शर्मा/मुरादाबाद: आपने स्कूल के फर्नीचर और किताब बेचने से जुड़े फर्जीवाड़े की कई खबरें सुनी होंगी. क्या कभी आपने क्लास रूम बेच जाने का मामला सुना है. मुरादाबाद में ऐसा ही चौकाने वाला मामला सामने आया है. आरोप है कि यहां टीचर ने उस क्लास रूम को ही बेंच दिया जहां वह बच्चों को पढ़ाया करता था. मामला कुंदरकी ब्लॉक के गांव पीतपुर नैयाखेड़ा का है. बताया जाता है कि स्कूल के टीचर मुजाहिद हुसैन ने प्राथमिक स्कूल में निर्मित एक्स्ट्रा क्लासरूम को तीस हजार रुपये बेच दिया. टीचर से क्लासरूम खरीदने वाले व्यक्ति ने उसे आनन फानन तुड़वा कर अपने सपनों का आशियाना बनाने की तैयारी भी कर दी. इस बात की शिकायत खंड शिक्षा अधिकारी तक पहुंची तो वह भी दंग रह गए. उन्होंने फौरन मौके पर पहुंचकर घटना की जांच की और मामले को सही पाते हुए इसकी रिपोर्ट वरिष्ठ अधिकारियों को सौंप दी. बताया जा रहा है कि स्कूल का क्लासरूम खरीदने वाले शख्स ने आननफानन में क्लासरुम को ढहा कर वहां निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया था.
दूसरा क्लासरूम बेचने की तैयारी थी
मुजाहिद हुसैन के हौसले इस कदर बुलंद हुए कि उसने स्कूल का दूसरा क्लासरूम भी बेचने की तैयारी कर ली. इसी बीच गांव के प्रधान मोहिसिन अख्तर ने इसकी शिकायत ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर से कर दी. गुरुवार को खंड शिक्षा अधिकारी विष्णु ने गांव पहुंच कर मामले की इनवेस्टिगेशन शुरू, जिसमें आरोप सही पाए गए. इसके आधार पर खंड शिक्षा अधिकारी ने अपनी जांच रिपोर्ट बीएसए को सौंप दी. प्रधान का आरोप है कि क्लास रूम की बिक्री करने वाला टीचर अध्यापक पर अक्सर विद्यालय से गायब रहता है. इसकी शिकायत भी कई बार अधिकारियों से की गई है.
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कारनामों के लिए रहता है चर्चित
मंडलायुक्त समेत कई सीनियर ऑफिसर के आदेश पर कई बार टीचर का वेतन काटा जा चुका है. स्कूल के दूसरे शिक्षकों का भी आरोप है कि मुजाहिद हुसैन अक्सर बिना बताए कई दिनों तक स्कूल से गायब रहता है. उसे कई बार हिदायत भी दी गई लेकिन कोई असर नहीं हुआ.
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क्लासरूम की बिक्री को लेकर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बौद्ध प्रिय सिंह का कहना है की खंड शिक्षा अधिकारी के माध्यम से मामला उन तक पहुंचा है. आरोप सिद्ध पाए गए हैं. इस तरह के लोगो की वजह से शिक्षा विभाग बदनाम होता है. इस मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी.