पीएम मोदी ने कोरोना के नए वेरिएंट को देखते हुए कहा कि हम सभी को इस वेरिएंट से पहले से ज्यादा सतर्क रहने की जरुरत है. जहां ज्यादा केस हो, वहां निगरानी की ज्यादा जरूरी की जाए.
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नई दिल्ली: कोरोना महामारी (corona virus) से अभी राहत भी नहीं मिली थी कि इसी बीच ओमिक्रॉन नाम के नए वेरिएंट (omicron variant) से पूरे देश में दहशत का माहौल बन गया है. उत्तर प्रदेश भी इस डर से अछूता नहीं है. यूपी के मथुरा और लखनऊ में सक्रंमण के मामलों में तेजी आ रही है. इसको देखते हुए योगी सरकार ने नई गाइडलाइंस जारी कर दी हैं. इसके अलावा अब क्रेंद सरकार की ओर से राज्यों को भी अलर्ट कर दिया गया है. इस खबर में हम आपको बताएंगे कि यह वायरस क्या है, कहां से आया और कैसे आया?
ओमिक्रॉन के लिए जारी की गईं गाइडलाइंस
आपको बता दें, केंद्र सरकार की ओर से राज्यों को अलर्ट जारी कर किया गया है. राज्यों में आने वाले लोगों को पिछले 14 दिनों की यात्रा की जानकारी देनी होगी. इसके साथ ही वायरस से प्रभावित देशों से आने वालों की एयरपोर्ट पर जांच की जाएगी. सभी यात्रियों को एयर सुविधा पोर्टल पर अपनी निगेटिव रिपोर्ट देनी जरूरी होगी. रिपोर्ट निगेटिव होने पर यात्रियों को सफर करने की अनुमति नहीं दी जाएगी. अगर किसी भी व्यक्ति की निगेटिव रिपोर्ट आती है तो उसे 7 दिन घर में क्वारंटाइन रहना होगा. साथ ही विदेश से आने वाले यात्रियों की 8वें दिन दोबारा जांच कराई जाएगी. अगर दोबारा निगेटिव आए तो 7 दिन निगरानी में रखा जाएगा.
पीएम मोदी ने खतरे को देखते हुए दिए निर्देश
पीएम मोदी ने कोरोना के नए वेरिएंट को देखते हुए कहा कि हम सभी को इस वेरिएंट से पहले से ज्यादा सतर्क रहने की जरुरत है. जहां ज्यादा केस हो, वहां निगरानी की ज्यादा जरूरी की जाए. पीएम ने कहा कि हमें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन पहले की ही तरह करनी चाहिए. विदेश यात्रा शुरू करने पर भी फिर से एक बार विचार कर लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर को हमें मजबूत करना होगा और इसके लिए केंद्र और राज्यों के बीच समन्वय जरूरी है.
क्या है नया वैरिएंट ओमिक्रॉन ?
यह वेरिएंट पहले से ज्यादा संक्रामक है. इसे अब तक का सबसे ज्यादा खतरनाक वेरिएंट बताया जा रहा है. ओमिक्रॉन के स्पाइक प्रोटीन में 30 से ज्यादा म्यूटेशंस हैं. जबकि डेल्टा वेरिएंट के स्पाइक प्रोटीन में करीब 15 म्यूटेशंस थे. ओमिक्रॉन में एक मेम्ब्रेन प्रोटीन (NSP6) भी गायब है. मेम्ब्रेन प्रोटीन गायब होने से यह और ज्यादा खतरनाक हो जाता है. बता दें डेल्टा और ओमिक्रॉन वेरिएंट्स के लक्षणों में कोई फर्क नहीं है.
वेरिएंट और म्यूटेशन में फर्क
वायरस के जीनोम में बदलाव को म्यूटेशन कहते हैं. वायरस जितना मल्टीप्लाई होगा उतना म्यूटेशन होगा, जिसकी वजह से वायरस बदले रूप में आएगा. म्यूटेशन के इसी बदलाव को वेरिएंट कहते हैं.
कहां से आया नया वैरिएंट?
बता दें कि HIV (एड्स) से संक्रमित व्यक्ति में इस संक्रमण की पुष्टि की गई. 23 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका के प्रिटोरिया में इसका पहला केस मिला था, जिसके बाद यहां अचानक नए मामले बढ़ने लगे.
इन देशों में मिले ओमिक्रॉन के मामले
दक्षिण अफ्रीका
बोत्सवाना
हांगकांग
इज़राइल
बेल्जियम
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