UP News : रविवार को हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के साथ-साथ सभी जगहों से बड़ी तादाद में किसान दिल्ली बॉर्डर पर इकट्ठा होंगे. इसके बारे में राकेश टिकैत ने बताया कि उत्तर प्रदेश से जाने वाले किसान गाजीपुर बॉर्डर पर किसान क्रांति गेट पर पहुंचेंगे.
Trending Photos
UP News : देश के संसद की नई बिल्डिंग का रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उद्घाटन करने वाले हैं. वहीं, भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने दिल्ली के जंतर-मंतर में धरना दे रहे पहलवानों के समर्थन में उतरने का ऐलान कर दिया है. राकेश टिकैत ने कहा है कि बड़ी तादाद में किसान दिल्ली पहुंच रहे हैं.
रविवार को बार्डर पर पहुंचे किसान
बता दें कि रविवार को हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के साथ-साथ सभी जगहों से बड़ी तादाद में किसान दिल्ली बॉर्डर पर इकट्ठा होंगे. इसके बारे में राकेश टिकैत ने बताया कि उत्तर प्रदेश से जाने वाले किसान गाजीपुर बॉर्डर पर किसान क्रांति गेट पर पहुंचेंगे तो वहीं, हरियाणा वाले सिंधु बॉर्डर पर इकट्ठा होंगे जो लोग जहां जहां से भी आएंगे वह अपने-अपने बॉर्डर पर पहुंचेंगे.
आंदोलन से बातचीत का रास्ता निकलेगा
राकेश टिकैत ने कहा कि 1 महीने से भी ज्यादा हो गया है पहलवानों का धरना चलते हुए जिसमें रिपोर्ट दर्ज होने के बाद भी गिरफ्तारी नहीं हुई है. इसके विरोध में वह रविवार को उतरेंगे. उन्होंने कहा कि सब लोग किसान इकट्ठा होकर संसद पर जाकर प्रधानमंत्री जी का भाषण सुनेंगे. राकेश टिकैत की मानें तो दिल्ली में पहले किसानों का धरना 13 महीने चला उसका कोई समाधान आज तक नहीं निकला है. इसका रिजल्ट क्या होगा किसी को नहीं पता है. देश को भी आजाद होने में 200 वर्ष लगे थे यह एक समस्या है और इसका समाधान क्या होगा इसकी जानकारी हमें नहीं है लेकिन हम अपना आंदोलन और बातचीत करते रहेंगे.
एक महीने बाद भी रिपोर्ट दर्ज नहीं
दिल्ली कूच के बारे में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बताया कि पहलवानों का धरना 1 महीने से भी ज्यादा से चल रहा है. रिपोर्ट दर्ज होने के बाद में गिरफ्तारी नहीं हुई. ये एक किस्म से उसके विरोध में है, यह लोग भी वहां जाकर देख लेंगे जो प्रधानमंत्री जी भाषण देंगे व ये भी वहां बैठकर उसे सुन लेंगे. वहां पर पूरे देश भर से काफी लोग जाएंगे. हरियाणा से भी खाप पंचायत, साथ ही उत्तर प्रदेश एवं राजस्थान से लोग जाएंगे, बताओ इसमें हम क्या करें समाधान तो सरकार करेगी व आम जनता की आवाज को कोई संगठन उठा सकता है या वह लोग अपने आप उठा सकते हैं.