जानकारी के मुताबिक, जिला पंचायत चुनाव से पहले ही सपा के पूर्व विधायक और उनके भाई पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जुगेंद्र सिंह यादव के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई गई थी. फिर, जब बीजेपी की सरकार दोबारा बनी तो उन पर शिकंजा कसा गया..
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धनंजय भदौरिया/एटा: उत्तर प्रदेश के एटा में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के नेता और अलीगंज के पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह यादव (Rameshwar Singh Yadav) और उनके छोटे भाई जुगेंद्र सिंह यादव (Jogendra Yadav) के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट (Gangster Act) के तहत मुकदमा दर्ज है. इस मामले में पुलिस दोनों भाइयों की गिरफ्तारी के प्रयास कर रही थी, जिसमें आधी सफलता हाथ लग गई है. पूर्व सपा विधायक रामेश्वर सिंह यादव को पुलिस ने गुरुवार शाम को गिरफ्तार कर लिया. हालांकि, उनका भाई जुगेंद्र फरार चल रहा है. 18 अप्रैल को गैंगस्टर एक्ट के तहत उनके खिलाफ केस हुआ था, तबसे वह फरार चल रहे थे. बताया जा रहा है कि उनके आवासों और प्रतिष्ठानों पर कुर्की के नोटिस चस्पा किए जा चुके हैं.
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रामेश्वर सिंह को गैंग लीडर, भाई जुगेंद्र सक्रिय सदस्य
जानकारी के मुताबिक, जिला पंचायत चुनाव से पहले ही सपा के पूर्व विधायक और उनके भाई पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जुगेंद्र सिंह यादव के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई गई थी. फिर, जब बीजेपी की सरकार दोबारा बनी तो उन पर शिकंजा कसा गया. दोनों पर आरोप है कि करोड़ों की जमीन पर अवैध रूप से कब्जा किया गया है. ऐसे में दोनों भाइयों पर 18 अप्रैल को गैंगस्टर एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया गया. इसमें रामेश्वर सिंह को गैंग लीडर और जुगेंद्र सिंह को गिरोह का सक्रिय सदस्य दर्शाया गया.
आगरा से किया गया गिरफ्तार
कई मुकदमे दर्ज होने के बाद से ही दोनों नेताओं के ठिकानों पर पुलिस ने दबिश देनी शुरू कर दी थी. हालांकि, न ये नेता पुलिस की गिरफ्त में आए और न ही तलब होने के बाद भी कोर्ट में पेश हुए. इसे लेकर 31 मई को गैंगस्टर अधिनियम कोर्ट से उनके खिलाफ धारा 82 के तहत कुर्की का नोटिस जारी हुआ. जो उनके एटा और जैथरा के घरों और प्रतिष्ठानों पर लगाया गया. अब बताया जा रहा है कि बीते गुरुवार को पुलिस ने रामेश्वर सिंह को आगरा से गिरफ्तार किया और एटा लाया गया.
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