UP Vidhan Sabha Chunav 2022: अब्दुल्लाह आजम ने कहा कि निज़ाम बनाने के लिए इतने लोग बोल देते हैं कि उससे ज़्यादा शोर हो जाता है. अब्दुल्लाह आज़म ने कहा कि कम से कम इस बात को याद रखना चाहिए कि ज़िन्दगी में 40 साल जिस आदमी ने हमें सिखाया है, हमें साथ रहना सिखाया, उसने हमें तैयार किया उसकी मेहनत की इज्जत करें.
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सैयद आमिर/रामपुर: जेल से निकलने के बाद आजकल समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान के बेटे अब्दुल्लाह आजम अपने कार्यकर्ताओं को अनुशासन का पाठ पढ़ा रहे हैं. साथ हीअपने पिता की वर्षों की मेहनत का हवाला भी दे रहे हैं. कार्यकर्ताओं के साथ वर्चुअल सभा में अब्दुल्लाह गुस्से में नजर आए.
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ये है मामला
नाराज होकर छोड़ा मंच
रामपुर में समाजवादी पार्टी के नेता अब्दुल्लाह आजम की वर्चुअल सभा चल रही थी जिसमें अचानक से कार्यकर्ताओं द्वारा बीच में बोलने से अब्दुल्लाह आजम नाराज हो गए और मंच छोड़ कर चले गए. खैर कुछ देर के बाद अब्दुल्लाह वापस आ गए. वापस आने के बाद उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को डिसिप्लिन का पाठ पढ़ाया.
अब्दुल्लाह आजम ने कहा कि निज़ाम बनाने के लिए इतने लोग बोल देते हैं कि उससे ज़्यादा शोर हो जाता है. अब्दुल्लाह आज़म ने कहा कि कम से कम इस बात को याद रखना चाहिए कि ज़िन्दगी में 40 साल जिस आदमी ने हमें सिखाया है, हमें साथ रहना सिखाया, उसने हमें तैयार किया उसकी मेहनत की इज्जत करें.
40 साल की मेहनत हो जाएगी बेकार
अब्दुल्लाह आज़म ने कहा कि यहां के लोगों की दुनिया तारीफ करती है. रामपुर के लोग अनुशसित हैं. इस दफ्तर की मिसाल लखनऊ आफिस में दी जाती है. डिसिप्लिन की मिशाल दी जाती है. अगर दफ्तर का ऐसा निज़ाम होगा तो मेरे ख्याल से वो इंसान जो हमारी वजह से जेल की सलाखों के पीछे है उसकी 40 साल की मेहनत बेकार हो जाएगी.
यही चाहते हैं विरोधी
सपा नेता ने कहा कि जो आजकल नजर आ रहा है दफ्तरों में यही तो मुखालिफ चाहता है कि आपका निज़ाम बिगड़े जोश में आए, झगड़ा फसाद हो और फिर उसके बाद न जाने कितने बेगुनाह नौजवान पुलिस की एफआईआर में नामजद करके जेलों में भर दिए जाए.
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