2 नवंबर की दोपहर में सुभासपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर पूर्वांचल के माफिया मुख्तार अंसारी से मिलने जेल में गए थे. राजभर के साथ अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी भी थे. इस दौरान राजभर के साथ दो गाड़ियां जेल परिसर में पहुंची, जिसमें 4 लोग सवार थे...
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बांदा: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) से पहले सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) बांदा जेल में मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) से मिलने गए थे. लेकिन, वहां से लौटते समय उनकी पुलिस से बहस हो गई. दरअसल, पुलिस ने राजभर की इनोवा गाड़ी को चेकिंग के लिए रोका था. लेकिन, गाड़ी को ऐसे रोके जाने पर राजभर ने कड़ी नाराजगी जताई और पुलिस से झड़प की. इतना ही नहीं, ओम प्रकाश राजभर ने ट्वीट कर कहा कि उन्हें अपमानित किया गया है और अपराधियों की तरह उनकी गाड़ी की तलाशी ली गई है. राजभर ने भाजपा के मंत्रियों से जवाब मांगा है.
पुलिस ने की राजभर की गाड़ी की चेकिंग
गौरतलब है कि 2 नवंबर की दोपहर में सुभासपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर पूर्वांचल के माफिया मुख्तार अंसारी से मिलने जेल में गए थे. राजभर के साथ अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी भी थे. इस दौरान राजभर के साथ दो गाड़ियां जेल परिसर में पहुंची, जिसमें 4 लोग सवार थे. मुख्तार से मिलने के बाद राजभर दोपहर 2.30 बजे ही फतेहपुर के लिए रवाना हुए. लेकिन, तिंदवारी थाने के पास पहुंचते ही पुलिस ने उनकी गाड़ी को रोक लिया और चेकिंग शुरू कर दी.
राजभर ने किया ट्वीट
राजभर का कहना है कि बाकी गाड़ियों को आराम से जाने दिया जा रहा था, लेकिन उनकी गाड़ी को ही रोका गया. ऐसे में पुलिस से राजभर की झड़प हो गई. हालांकि, यह सिर्फ 5 मिनट की बात थी. इसके बाद उनकी गाड़ी को रवाना कर दिया गया. लेकिन, देखा जा सकता है कि राजभर का गुस्सा शांत नहीं हुआ. इसलिए उन्होंने एक ट्वीट जारी कर नाराजगी जताई है. ट्वीट में लिखा है, 'आज बांदा के तिंदवारी में मुझे अपमानित करने के उद्देश्य के सीएम योगी जी की पुलिस ने गाड़ी रोक ली और मेरे गाड़ी को अपराधियों की तरह तलाशी लेकर बदसलूकी की. पिछड़ों को बीजेपी वाले भैंसा कहते हैं और अब गाड़ी की तलाशी कर रहे हैं. भाजपा के लोडर केशव मौर्या जी,स्वतंत्र देव जी जवाब दो?'
आज बाँदा के तिंदवारी में मुझे अपमानित करने के उद्देश्य के सीएम योगी जी की पुलिस ने गाड़ी रोक ली और मेरे गाड़ी को अपराधियों की तरह तलाशी लेकर बदसलूकी की। पिछड़ों को बीजेपी वाले भैंसा कहते हैं और अब गाड़ी की तलाशी कर रहे हैं। भाजपा के लोडर केशव मौर्या जी,स्वतंत्र देव जी जवाब दो?
— Om Prakash Rajbhar (oprajbhar) November 2, 2021
यातायात माह के तहत चेकिंग
वहीं, पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, यातायात महीना चल रहा है, जिसके मद्देनजर से गाड़ियों की चेकिंग हो रही है. ऐसे में कई गाड़ियों में राजभर की गाड़ी भी रोकी गई. बदसलूकी वाली कोई बात नहीं हुई.
मुख्तार को बताया था मसीहा
सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने विधायक मुख्तार अंसारी को मसीहा बताया था. राजभर ने कहा था कि अंसारी जनता के वोट से चुनाव जीतते हैं. अगर मुख्तार अंसारी माफिया होता तो लोग वोट क्यों देते? इस नाते मुख्तार अंसारी गरीबों का मसीहा है.
किसी भी सीट से चुनाव लड़ने का दिया था प्रस्ताव
इतना ही नहीं ओपी राजभर ने मुख्तार अंसारी को उनकी अगुवाई वाली भागदारी संकल्प मोर्चा से चुनाव लड़ने का ऑफर दिया था और कहा था कि पार्टी ना सिर्फ मुख्तार अंसारी बल्कि परिवार के किसी भी सदस्य को टिकट देने के लिए तैयार है. वे यूपी के 403 सीट में से जहां से चुनाव लड़ना चाहेंगे, उन्हें वहां से वे टिकट देकर लड़ाएंगे.आपको बता दें कि बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी का पूर्वांचल में अच्छा खासा प्रभाव माना जाता है. मुख्तार मऊ से 5 बार विधायक हैं. यही वजह है कि ओपी राजभर बाहुबली नेता को साधने में लगे हैं. बता दें कि असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM द्वारा भी उन्हें अपने सिम्बल पर चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया जा चुका है.
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