Shaniwar Ke Upay: शनिदेव हनुमानजी को अपना इष्ट मानते हैं, उनकी पूजा करने वाले को नुकसान नहीं पहुंचाते। इसलिए शनिवार को बजरंगबली की पूजा करने का भी शास्त्रों में खास महत्व बताया गया है...ऐसे में यदि आपकी कुंडली में शनि की स्थिति सही नहीं है या किसी संकट का सामना कर रहे हैं तो शनिवार के दिन भगवान शनिदेव का पूजन करें..
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Shaniwar Ke Upay: धार्मिक मान्यता के मुताबिक शनिवार का दिन शनिदेव का होता है. शास्त्रों में शनिदेव को न्याय का देवता कहा गया है. नाराज होने से राजा को रंक बना देते हैं तो खुश होने पर भक्तों पर कृपा बरसाते . शनिदेव को खुश करना आसान नहीं हैं। लेकिन सच्ची निष्ठा और पवित्र ह्रदय से किए गए काम से शनिदेव प्रसन्न होते हैं. आइए जानते हैं कि शनिवार के दिन न्याय के देवता को कैसे खुश कर सकते हैं.
शनि मंत्र का लें संकल्प
शनिवार को शनि की पूजा के लिए सबसे शुभ माना जाता है. शनिदेव के किसी भी एक मंत्र का संकल्प लेकर 2300 बार जप करें. मंत्र का जप करते समय अपने पूजा के स्थान पर सरसों के तेल का दीपक शनिदेव का ध्यान करें.
मंत्र
'ओम प्रां प्रीं प्रौं स: शनश्चरायै नम:' इस मंत्र का भी आप संकल्प ले सकते हैं.
काला कोयला जल में प्रवाहित करें
शनिवार के दिन एक काला कोयला लेकर उसे बहते हुए जल में प्रवाहित करें. साथ ही ‘शं शनैश्चराय नमः’ मंत्र का जाप करें. ऐसा करने से कई सारी बाधाएं दूर होंगी. इससे नौकरी मिलने में सफलता मिलेगी.
उड़द की दाल की खिचड़ी बनाकर लगाएं भोग
शनिवार को उड़द की दाल से खिचड़ी बनाकर शनि मंदिर में ले जाकर शनिदेव को भोग लगाएं और भिखारियों को खिचड़ी खिला दें. शनिदेव की कृपा पाने के लिए यह उपाय कम से कम 11 शनिवार करें. इस उपाय को करने से आपके घर पर शनिदेव की विशेष कृपा रहती है.
शनिवार को करें इन वस्तुओं का दान
शनिवार को शनि की प्रिय वस्तुओं का दान करना सबसे शुभ माना जाता है. शनिवार को काला छाता, काले जूते, काले तिल, काली उड़द और काले वस्त्र का दान करें. गरीबों को खाना भी खिलाएं.
सरसों के तेल का टोटका
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शनिदेव को सरसों का तेल विशेष रूप से प्रिय होता है. शनिवार को मंदिर में सरसों का तेल करना सबसे शुभ माना जाता है. लोहे के बर्तन में सरसों तेल भरकर चेहरा देखें और उसे किसी जरूरतमंद को दान कर दें. शनिवार के दिन सरसों का तेल भूलकर भी नहीं खरीदना चाहिए.
शनिवार को सुंदरकांड का पाठ
हर शनिवार आप सुंदरकांड का पाठ करेंगे और तुलसी की माला बनाकर हनुमानजी को अर्पित करेंगे तो शनि की कैसी भी दशा और स्थिति हो शनि आपको सताएंगे.हनुमान जी को शनिदेव अपना इष्ट मानते हैं. शनिवार को सुंदरकांड का पाठ करने से प्रेत बाधाएं दूर होती हैं.
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