पीपल में रात को एक खास क्रिया करने का गुण होता है जिसके चलते पीपल रात को भी ऑक्सीजन देता है जबकि बाकी के पेड़ ऐसा नहीं करते.........इस पेड़ की जड़ में जितना पानी दिया जाता है वो उतना ही ऑक्सीजन देता है..... पीपल के वृक्ष में पानी देने से व्यक्ति जन्म-जन्म के पापों से मुक्त हो जाता है.
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नई दिल्ली: ऐसा कहा जाता है कि पीपल के पेड़ पर भूत रहता है लेकिन उसको देखा किसने हैं. बहुत से लोग पीपल के नीचे दीया जलाते हैं क्या वो भूतों को खुश करने के लिए ऐसा करते हैं. ऐसे बहुत से सवाल है जो हर किसी के मन में जरूर उठती होंगे. कुछ और भी बातें हैं जो पीपल के पेड़ से जुड़ी हुई हैं. पीपल को अच्छा मानने के कुछ धार्मिक तथ्य भी हैं तो कुछ वैज्ञानिक भी हैं...
पीपल पर चढ़ाया जाता है जल
पीपल के पेड़ की महिमा ज्योतिष में भी बताई गई है. शनि से संबंधित समस्यायों के लिए पीपल वृक्ष लगाने, जल देने आदि उपाय बताए जाते हैं.
पीपल के पेड़ के महत्व का वैज्ञानिक कारण
पीपल का महत्व इस बात से भी है कि ये 24 घंटे ऑक्सीजन देता है. पीपल में रात को एक खास क्रिया करने का गुण होता है जिसके चलते पीपल रात को भी ऑक्सीजन देता है जबकि बाकी के पेड़ ऐसा नहीं करते. इस पेड़ की जड़ में जितना पानी दिया जाता है वो उतना ही ऑक्सीजन देता है. यही कारण है कि पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाना शुभ माना जाता है. ये प्रकृति के लिए भी अच्छा है. पीपल के वृक्ष में पानी देने से व्यक्ति जन्म-जन्म के पापों से मुक्त हो जाता है.
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पीपल के पेड़ पर आत्माओं के वास की मान्यता के पीछे कारण
ऐसा कहा जाता है कि पीपल के पेड़ को कभी काटना नहीं चाहिए ऐसा करने से पितृदोष लगता है.पी पल के पेड़ के नीचे दीपक जलाकर रखने के बाद वापस पीछे नहीं देखते हैं. पीपल के पेड़ पर आत्माओं के वास की मान्यता के पीछे कारण ये भी हो सकता है कि अंतिम संस्कार के बाद अस्थियों को घर नहीं लाया जाता है और पीपल के पेड़ से लटका दिया जाता है. इसी के चलते लोगों के बीच ये धारणा बन चुकी है कि मरने वाले की आत्मा पीपल के पेड़ में रहती है.
पीपल के पेड़ में देवताओं का वास
वैदिक मान्यताओं के आधार पर कुछ खास पेड़ पौधों को धर्म-कर्म में विशेष महत्व दिया जाता है. व्रत विधान में पीपल, नीम और बरगद के पेड़ को विशेष महत्व होता है. पीपल के पेड़ में देवताओं का वास होता है. स्कन्दपुराण में कहा जाता है कि पीपल के पेड़ में भगवान विष्ण का वास होता है. पीपल के वृक्ष को अक्षय वृक्ष भी कहा जाता है जिसके पत्ते कभी समाप्त नहीं होते.
घर में क्यों नहीं लगाते ये पेड़?
पीपल वृक्ष को घर में न लगाने के लिए कहा जाता है. लेकिन इसके पीछे साइंटिफिक रीजन भी है वो ये कि इसकी आयु बहुत लम्बी होती है और इसकी जड़ें भी लगातार बढ़ती रहती हैं. इसके साथ ही इसकी जड़ें जमीन में काफी गहराई तक फैलती हैं. यदि घर में पीपल लगाया जाए तो उसकी जड़े धीरे धीरे फैलती रहेंगी और घर की जमीन और दीवारों को फाड़कर बाहर निकल जाएंगी. इससे घर को नुकसान होगा. इसी वजह से पीपल को घर में लगाने से मना किया जाता है.
वास्तुदोष खत्म करता है पीपल
इसको लगाने से घर का वास्तुदोष समाप्त हो जाता है. घर में सुख शांति आती है. अगर आपके घर छत पर या कहीं किसी दीवार पर पीपल का वृक्ष उग आए तो डरें नहीं, उसे नुकसान पहुंचाए बिना निकाल कर किसी गमले या अन्य स्थान पर रोप दें.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.
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