उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) की शुरुआत में अब एक महीने से भी कम समय बचा है. 10 फरवरी को पहले चरण के मतदान होने हैं. इसके मद्देनजर सभी पार्टियां अब जीतने के लिए पूरा जोर लगा रही हैं. साथ ही, अपने प्रतिद्वंद्वी दलों पर भी लगातार हमलावर हैं.
Trending Photos
UP CHUNAV 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) की शुरुआत में अब एक महीने से भी कम समय बचा है. 10 फरवरी को पहले चरण के मतदान होने हैं. इसके मद्देनजर सभी पार्टियां अब जीतने के लिए पूरा जोर लगा रही हैं. साथ ही, अपने प्रतिद्वंद्वी दलों पर भी लगातार हमलावर हैं. इसी बीच गाजियाबाद की साहिबाबाद विधान सभा सीट से AIMIM ने पंडित मनमोहन झा (Manmohan Jha) को अपना प्रत्याशी घोषित किया है. मनमोहन झा गामा लंबे समय तक समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) का हिस्सा रहे हैं.
सपा को बताया पूंजीपतियों की पार्टी
इसको लेकर जब मनमोहन गामा से बात की गई तो उनका कहना था कि उन्होंने समाजवादी पार्टी इसलिए जॉइन की थी, क्योंकि वह लोहिया जी के सिद्धांतों पर चलते थे. 22 साल पार्टी की सेवा करने के बाद भी गामा आज किराए के मकान में रहता है. गामा का कहना है कि सपा अब पूंजीपतियों की पार्टी हो गई है. हमे पार्टी में अपमानित किया गया, क्योंकि हम गरीब हैं. लेकिन, अब उवैसी (Asaduddin Owaisi) साहब ने एक गरीब कार्यकर्ता को ताकत दी है.
ओवैसी नहीं करते धर्म की राजनीति: मनमोहन गामा
उवैसी हमेशा हिंदू विरोधी बाते करते हैं, लेकिन एक ब्राह्मण को टिकट देने के सवाल पर मनमोहन गामा का कहना है कि धर्म की राजनीति दूसरी पार्टियां करती हैं. मनमोहन झा का कहना है कि ओवैसी संविधान पर भरोसा करते हैं. उनके बारे में गलत कहा जाता है कि वह सिर्फ मुस्लिम नेता हैं. ओवैसी साहब ने तो एक ब्राह्मण को नहीं, बल्कि एक भारतीय को टिकट दिया है. अब वह स्थानीय मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएंगे और अपने लिए वोट मांगेंगे.
पहला हिंदू नाम मनमोहन झा का
मनमोहन झा का कहना है कि ओवैसी ने अभी तक उम्मीदवारों के जितने भी नाम घोषित किए हैं, उनमें पहला हिंदू नाम मनमोहन झा का है. जानकारी के लिए बता दें, मनमोहन गामा ने कुछ दिन पहले ही सपा से नाता तोड़कर AIMIM का दामन थामा था. अब असदुद्दीन ओवैसी ने उनको गाजियाबाद से अपना उम्मीदवार बनाया है.
WATCH LIVE TV