केंद्र से मंत्री पद का ऑफर आया था, लेकिन...ठुकरा दिया- शिवपाल यादव ने किया चौंकाने वाला खुलासा
यूपी चुनाव 2022: साल 2017 में ऑफर मिला था केंद्र में मंत्री बन सकता था. तीन महीने पहले मुझे फिर से दोबारा ऑफर मिला लेकिन मैंने सभी ऑफर ठुकरा दिए. भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और मुख्यमंत्री देश को तोड़ने का काम कर रहे हैं.
गौरव श्रीवास्तव/इटावा: उत्तर प्रदेश में चुनावी माहौल के बीच प्रसपा प्रमुख शिवपाल सिंह यादव ने सपा प्रत्याशी के चुनाव प्रचार के दौरान एक बड़ी बात कही कि उनको केंद्र से मंत्री पद का ऑफर मिला था. इस मौके पर शिवपाल सिंह ने एक बार फिर अपने त्याग और बलिदान की बात कही.
सपा में प्रसपा का नहीं होगा विलय
शिवपाल ने कहा कि प्रसपा सपा में विलय नहीं होगी. प्रसपा पार्टी है और हमेशा रहेगी. उन्होंने सपा अध्यक्ष अखिलेश को लेकर कहा कि उनको समय हो तो प्रचार के लिए आएं. वैसे भी पूरे प्रदेश में शिवपाल बहुत वोटों से जीत रहे हैं. इटावा की तीनों विधानसभा सीट सपा जीतेगी और अन्य पार्टियों की जमानत जब्त हो जाएगी.
यह तो सीधा स्वतन्त्रता का हनन है
इटावा में तीसरे चरण में मतदान होना है. जसवंत नगर विधानसभा की सीट पर समाजवादी चुनाव चिन्ह साइकिल से शिवपाल सिंह चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने आज इटावा सदर सीट के सपा प्रत्याशी के समर्थन में वोट मांगने के लिए पचराहे पर पहुंचे. वहां एक जनसभा में बोलते हुए कहा कि मैंने अपनी पार्टी का बलिदान कर दिया. अपने चुनाव चिन्ह चाबी का बलिदान कर दिया. एक सीट पर संतुष्ट हो गए हैं. जबकि मैंने नेता जी के कहने पर ही अपनी पार्टी बनाई थी.
बीजेपी को हराने के लिए अखिलेश के साथ
उन्होंने कहा कि 1 साल पहले 100 प्रत्याशी फाइनल कर दिए थे, संघर्ष किया और मुझे जन समर्थन भी मिल रहा था. अगर हम 100 प्रत्याशी अपने चुनाव में लड़वा देते तो भाजपा को नहीं हटाया जा सकता था इसलिए 1 सीट में ही संतुष्ट हो गए हैं. मुझे 2017 में ऑफर मिला था केंद्र में मंत्री बन सकता था. 3 महीने पहले मुझे फिर से दोबारा ऑफर मिला लेकिन मैंने सभी ऑफर ठुकरा दिए. भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और मुख्यमंत्री देश को तोड़ने का काम कर रहे हैं.
हिजाब पर न हो राजनीति
मीडिया के सवालों के जवाब देते हुए आशीष मिश्रा की बेल पर शिवपाल बोले कि जहां प्रधानमंत्री और गृहमंत्री का हस्तक्षेप होता है, ऐसे लोगों को संरक्षण देते हैं तो वह जेल से बाहर हो ही जाते हैं. हिजाब के सवाल पर कहा कि लोकतंत्र में सभी को अधिकार हैं क्या पहने, हिज़ाब में कौन क्या पहनता है, इस पर रोक नही लगना चाहिए. हिजाब पर भारतीय जनता पार्टी को राजनीति नहीं करनी चाहिए. जब चुनाव होते हैं मंदिर मस्जिद और हिजाब जैसे मुद्दों पर भाजपा राजनीति करती है. उन्नाव में लड़की का शव मिलने पर उन्होंने कहा कि इसी तरह की घटना हाथरस में हुई, लखीमपुर में हुई, भारतीय जनता पार्टी के लोग स्वयं इंवॉल्व रहते हैं और आरोप दूसरों पर लगाते हैं.
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