यूपी विधानसभा में आज का दिन महिलाओं के नाम, जानें उत्तर प्रदेश में 70 साल की राजनीति में कहां से कहां पहुंची नारी शक्ति
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यूपी विधानसभा में आज का दिन महिलाओं के नाम, जानें उत्तर प्रदेश में 70 साल की राजनीति में कहां से कहां पहुंची नारी शक्ति

UP women special session : यूपी विधानसभा में  1952 से 2022 तक महिला विधायकों की संख्या में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिला है.

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UP Women Political Participation : यूपी विधानसभा का आज का दिन महिला विधायकों के नाम रहेगा. लेकिन उत्तर प्रदेश की राजनीति से लेकर शिक्षा-स्वास्थ्य और सामाजिक क्षेत्र में महिलाओं की स्थिति को लेकर आपको हम महत्वपूर्ण आंकड़े देंगे. यूपी विधानसभा में शुरुआती दौर में महिला विधायकों की तादाद 10 से 20 तक सीमित रही. 1967 में तो यह मात्र छह विधायकों पर ठहर गई, लेकिन 21वीं सदी में महिलाओं की राजनीतिक भागीदारी लगातार बढ़ती हुई दिख रही है. अभी यूपी में महिला एमएलए 43 तक हैं, जिसमें बीजेपी (BJP) से 17 विधायक हैं. विधानपरिषद में भी 6 महिला सदस्य हैं. यूपी की 403 सदस्यीय विधानसभा (UP Election) में अभी 47 महिला विधायक हैं, जो करीब 10 फीसदी के करीब है.इनमें 24 पहली बार विधायक चुनकर आई हैं.

यूपी में महिला मुख्यमंत्री 
उत्तर प्रदेश को पहली महिला मुख्यमंत्री (UP First Women Chief Minister) 1963 में ही मिल गई थी, जब कांग्रेस ने सुचेता कृपलानी (Sucheta Kriplani) को ये जिम्मेदारी थी. इस निर्णय़ का दूरगामी असर पूरे देश में देखने को मिला. वो भारत की भी पहली महिला मुख्यमंत्री थीं. 1963 से 1967 तक मुख्यमंत्री पद पर रहने के बाद जब चुनाव हुआ तो कांग्रेस को बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा. कृपलानी बंगाली ब्राह्मण परिवार से थीं, हरियाणा में जन्मी थीं और दिल्ली के स्टीफंस कॉलेज से पढ़ी थीं.

यूपी ने देश को पहली महिला प्रधानमंत्री दी
यूपी ने देश को पहली महिला प्रधानमंत्री (India First Women Prime Minsiter) भी दी. उत्तर प्रदेश ने देश को पहली महिला प्रधानमंत्री का मौका भी दिया था. रायबरेली और इलाहाबाद (Prayagraj) से चुनाव लड़ने वालीं इंदिरा गांधी 1966 में प्रधानमंत्री पद पर पहुंचीं. इंदिरा गांधी की 1984 में हत्या कर दी गई थी.

मायावती चार बार मुख्यमंत्री बनीं
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर मायावती (Mayawati) को चार बार सत्तासीन होने का मौका मिला. वो पहली बार 1995 में पहली बार मुख्यमंत्री बनीं. ये शायद संयोग है कि मायावती का 15 जनवरी 1956 को जन्म नई दिल्ली के श्रीमती सुचेता कृपलानी हास्पिटल में एक दलित जाटव परिवार में हुआ था, उनका परिवार गौतमबुद्ध नगर के बादलपुर का रहने वाला है.

महिला विधायकों की बढ़ती तादाद
2017- 43
2012-35
2007 -23
2002-26
1996- 20
1993-14
1991-10
1989-18
1985-31
1980- 23
1977-11
1974- 21
1969-18
1967-06
1962-20
1957-18
1952-20

यूपी चुनाव में महिलाओं की भागीदारी

वर्ष  : पुरुष वोट : महिला वोट
2002 : 50.25 : 56.72
2007 : 41.91 : 49.35
2012 : 60.28 : 58.68
2017 : 63.31 : 59.15
(स्रोत - चुनाव आयोग)

यूपी में महिला साक्षरता दर चुनौती
उत्तर प्रदेश में पुरुष साक्षरता दर (UP Women Literacy Rate) 81.8 फीसदी है, लेकिन महिला साक्षरता दर 63.4 फीसदी ही है. ग्रामीण क्षेत्र में साक्षरतादर 80.5 और महिलाओं की 60.4 प्रतिशत है. शहरों में पुरुष साक्षरता दर 86.8 और महिलाों की 74.9 फीसदी है. 

नाकाम रहा कांग्रेस का प्रयोग 
यूपी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस (Cngress) ने प्रियंका गांधी का चेहरा आगे कर लड़की हूं लड़ सकती कंपेन के साथ 40 फीसदी टिकट करीब 159 टिकट महिलाओं को दिए थे. लेकिन ये प्रयोग सफल नहीं रहा. बाकी अन्य दलों ने 7 से 10 फीसदी ही टिकट महिला विधायकों को दिए. 

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