Ropeway In Varanasi:चैत्र नवरात्र के मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी वाराणसी दौरे पर आ रहे हैं. इस दौरान वह शहर को देश की पहली ट्रांसपोर्ट रोपवे की सौगात दे सकते हैं. आइए जानते हैं क्या है इस सर्विस की खास बातें.
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वाराणसी : विश्व का तीसरा और भारत का पहला पब्लिक ट्रांसपोर्ट रोपवे प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी (Varanasi) में शुरू होगा. बताया जा रहा है कि शहर में ट्रैफिक के दबाव को कम करने और टूरिस्ट को सुविधाजनक आवागमन मुहैया कराने के लिए कैंट रेलवे स्टेशन (वाराणसी जंक्शन ) से गिरजाघर चौराहे (गोदौलिया ) तक 4.2 किमी में रोपवे का निर्माण किया जाएगा. इससे काशी विश्वनाथ मंदिर व दशाश्वमेध घाट तक लोगों की पहुंच आसान हो जाएगी. इस 424 करोड़ की परियोजना पर जल्द काम शुरू हो जाएगा. इसमें 80 फीसदी केंद्र और 20 फीसदी राज्य सरकार खर्च करेगी. अपने संसदीय दौरे पर आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) कैंट स्टेशन पर प्रस्तावित पहले रोपवे स्टेशन की आधारशिला रख सकते हैं. पीएम के दौरे को देखते हुए प्रशासनिक अफसर इसे अंतिम रूप दे रहे हैं.
गोदौलिया के बीच प्रस्तावित रोपवे परियोजना का काम शिलान्यास के ठीक बाद शुरू होगा. कार्यदायी संस्था नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक मैनेजमेंट लिमिटेड (एनएचएलएमएल) ने अपनी तैयारियों को अंतिम शक्ल देना शुरू कर दिया है. लगभग साढ़े चार किलोमीटर लंबे रोपवे रूट से पेयजल, सीवर, टेलीफोन सहित अन्य लाइनें हटाई जा रही हैं. यह काम 15 मार्च तक पूरा हो सकता है. इसके बाद टॉवर स्टेशन सहित अन्य निर्माण कार्यों के लिए सर्वे शुरू होगा.
यहां बनेंगे स्टेशन
इस परियोजना को तीन साल में पूरा करने का लक्ष्य है. रोपवे परियोजना यात्रा की अवधि और अंतिम छोर तक संपर्क की कसौटी पर खरी उतरती है तो ऐसा ही नेटवर्क शहर के अन्य हिस्सों में स्थापित किया जाएगा. इससे शहर के दूसरे हिस्सों से भी लोग काशी विश्वनाथ मंदिर तक आसानी से पहुंच सकेंगे. रोपवे का संचालन सबसे पहले कैंट से काशी विद्यापीठ के बीच होगा. इस रूट का संचालन सफल हुआ तो सभी बस स्टैंड और रेलवे स्टेशनों को इससे जोड़ा जाएगा. इसमे कैंट रेलवे स्टेशन, साजन तिराहा ,रथयात्रा और गिरजाघर चौराहे पर स्टेशन बनाया जाएगा.
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जानिए क्या है खासियत
रोपवे की कुल दूरी 4.2 किलोमीटर है जो सिर्फ 15 मिनट में तय होगी. लगभग 45 मीटर की ऊंचाई पर ट्राली कार चलेगी. इसमें 220 ट्राली होंगी. एक ट्राली में 10 पैसेंजर सवार हो सकते हैं. हर डेढ़ से दो मिनट के अंतराल में यात्रियों को ट्राली उपलब्ध रहेगी. एक दिशा में एक बार में 4000 मुसाफिर सफर कर सकेंगे. यानी 8000 लोग दोनों दिशा से एक बार में आ जा सकेंगे. रोपवे की सेवाएं रात में भी जारी रहेंगी.
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