वरुण गांधी ने किया ट्वीट, लिखा- ''लखीमपुर खीरी हिंसा को हिंदू बनाम सिख बनाने की हो रही कोशिश''
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वरुण गांधी ने किया ट्वीट, लिखा- ''लखीमपुर खीरी हिंसा को हिंदू बनाम सिख बनाने की हो रही कोशिश''

वरुण गांधी ने लखीमपुर खीरी कांड को लेकर रविवार को ट्वीट किया. उन्होंने लिखा कि लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा को 'हिंदू बनाम सिख' की लड़ाई में बदलने की कोशिश की जा रही है.

पीलीभीत से भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी. (File Photo)

लखनऊ: पीलीभीत से भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी (Varun Feroze Gandhi) बीते कुछ दिनों से बगावती तेवर अपनाए हुए हैं. वह अपनी ही पार्टी के खिलाफ बिना किसी का नाम लिए लगातार ट्वीट पर ट्वीट किए जा रहे हैं. कुछ दिनों पहले किसान आंदोलन के मुद्दे पर उन्होंने अपनी सरकार को घेरा था, अब लखीमपुर खीरी कांड (Lakhimpur Kheri Violence) को लेकर वरुण लगातार अपने विचार ट्विटर के जरिए व्यक्त कर रहे हैं. उनके अधिकांश ट्वीट भाजपा और उसकी सरकार पर सवाल उठाते प्रतीत होते हैं.  

वरुण गांधी ने लखीमपुर खीरी कांड को लेकर रविवार को ट्वीट किया. उन्होंने लिखा कि लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा को 'हिंदू बनाम सिख' (Lakhimpur Kheri Hindu vs Sikh) की लड़ाई में बदलने की कोशिश की जा रही है. वरुण ने अपने ट्वीट में लिखा, ''लखीमपुर खीरी हिंसा को हिंदू बनाम सिख की लड़ाई में बदलने की कोशिश की जा रही है. यह न केवल एक अनैतिक बल्कि झूठा आख्यान है. उन घावों को फिर से कुरेदना खतरनाक है, जिसको ठीक होने में पूरी एक पीढ़ी लगी है. हमें राजनीतिक लाभ को राष्ट्रीय एकता से ऊपर नहीं रखना चाहिए.''

आपको बता दें कि लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के बाद से वरुण गांधी लगातार भाजपा सरकार पर हमलावर हैं. कुछ दिनों पहले ही उन्होंने ट्विटर पर वह वायरल वीडियो शेयर किया था, जिसमें महिंद्रा थार एसयूवी किसानों को रौंदती दिखाई दे रही है. वरुण ने अपने ट्वीट में लिखा था, ''इस वीडियो से बिल्कुल साफ है, हत्या के जरिए प्रदर्शनकारियों को चुप नहीं कराया जा सकता. निर्दोष किसानों के खून का हिसाब होना चाहिए, जवाबदेही होनी चाहिए. उन्हें न्याय दिया जाना चाहिए, इससे पहले की हर किसान के दिमाग में यह बात बैठ जाए कि सत्ता अहंकारी और क्रूर है.''

गन्ना किसानों के मुद्दे पर भी वरुण गांधी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर मूल्य वृद्धि की मांग की थी. योगी सरकार ने जब गन्ना मूल्य 25 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ाया तो वरुण गांधी ने इसे अर्पाप्त बताते हुए दूसरी चिट्ठी मुख्यमंत्री को लिखी, जिसमें उन्होंने गन्ने का मूल्य न्यूनतम 400 रुपए प्रति क्विंटल करने की बात कही.

इसके पहले 5 सितंबर को मुजफ्फरनगर में हुई महापंचायत का वीडियो ट्वीट करते हुए वरुण गांधी ने किसानों को इस देश का नागरिक बताया था और सरकार से उनके साथ बातचीत शुरू करने के लिए कहा था. पार्टी विरोधी लाइन पर चलने वाले वरुण गांधी से भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा मुलाकात भी कर चुके हैं. हाल में घोषित भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में वरुण और उनकी मां मेनका गांधी को स्थान नहीं दिया गया.

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