पहली बारिश में ही लखनऊ की सड़कें बनीं समंदर, सीएम की नाराजगी के बाद एक्शन में प्रशासन
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पहली बारिश में ही लखनऊ की सड़कें बनीं समंदर, सीएम की नाराजगी के बाद एक्शन में प्रशासन

Lucknow News: लखनऊ में पहली बारिश में ही सड़कें लबालब भर गई हैं. मुख्यमंत्री नाराज हुए आनन-फानन में मंडलायुक्त ने कारणों का पता लगाने के लिए जांच कमेटी का गठन कर दिया. रिपोर्ट में जर्जर सड़कों में हुए गड्ढों और जलभराव का जिम्मेदार जल निगम को बताया जा रहा है.

पहली बारिश में ही लखनऊ की सड़कें बनीं समंदर, सीएम की नाराजगी के बाद एक्शन में प्रशासन

मयूर शुक्ला/लखनऊ: देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश की राजधानी इस वक्त पानी पानी हो गई. सड़कों पर हुए गड्ढे और जलमग्न इलाके बड़े-बड़े विभागों की पोल खोल रहे हैं. शहर के अलग-अलग इलाकों में थोड़ी बारिश होते ही जबरदस्त पानी भर जाता है इसके बाद सड़कों में गड्ढे हो जाते हैं. जब लखनऊ की सच्चाई सामने आई तो मुख्यमंत्री नाराज हुए आनन-फानन में मंडलायुक्त ने कारणों का पता लगाने के लिए जांच कमेटी का गठन कर दिया. अब रिपोर्ट में सामने आया है कि ज्यादातर जर्जर सड़कों में हुए गड्ढों और अलभराव का जिम्मेदार जल निगम है. जल निगम ने गुणवत्ता को ध्यान में ना रखते हुए ठेकेदार और अधिकारियों के भ्रष्टाचार में लिप्त सीवर डाल दिए.

ठोस काम नहीं होने का नतीजा

लखनऊ के वीवीआईपी इलाके हजरतगंज की शाहनजफ रोड के सामने सीवर सफाई का काम करने वाली कंपनी चैंबर बनाने में लगी हुई है. जब कंपनी के पदाधिकारी से रोड के ऊपर गड्ढा होने का कारण पूछा तब उन्होंने बताया कि उनका काम सीवर सफाई का है. लेकिन जब वह सीवर को साफ करने के लिए गड्ढा खोदते हैं तो मालूम पड़ता है कि सीवर बनाने के लिए जो सामग्री का इस्तेमाल होना चाहिए वह तो उसमें है ही नहीं. यही वजह है कि बरसात में नीचे की मिट्टी कट जाती है और सीवर के आसपास का इलाका कोलाप्स कर जाता है जिससे गड्ढा होने के साथ ही जलभराव की स्थिति भी बन जाती है. 

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लोगों में नाराजगी
जी उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड का कैमरा देख शाहनजफ रोड पर मौजूद व्यापारियों का विभाग को लेकर गुस्सा फूट पड़ा. उनका आरोप है कि बिना बताए रातों-रात स्मार्ट सिटी वालों ने उनकी दुकानों के सामने गड्ढा खोद दिया जिससे उनके यहां पानी सप्लाई से लेकर बिजली तक प्रभावित हो गई है. वीवीआइपी इलाका होने के बावजूद यहां पर पानी भरा रहता है. सबसे बड़ी बात तो यह है कि नगर निगम जलकल पीडब्ल्यूडी विद्युत विभाग का आपस में कोई सामंजस्य ही नहीं है. जब शिकायत करो तो सभी विभाग एक दूसरे के ऊपर पल्ला झाड़ते हुए नजर आते हैं. ऐसे में आप अंदाजा लगा सकते हैं जब शहर के बीचों-बीच ऐसे हालात हैं तो बाहरी इलाकों में कैसे हालात होंगे. विभागों की लापरवाही आम लोगों के लिए जान की दुश्मन बन रही है.

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