Lucknow: सब्जी विक्रेता की बेटी मुमताज बनी हॉकी स्टार, जूनियर एशिया कप जीत के साथ सामने आई संघर्ष की कहानी
Women`s Junior Asia Cup 2023: यूपी के लखनऊ की रहने वाली हॉकी प्लेयर मुमताज खान (Mumtaz Khan) ने जूनियर एशिया कप (Women`s Junior Asia Cup 2023) जीतकर माता-पिता का नाम रौशन किया. आइए आपको बताते हैं उनके हॉकी प्लेयर बनने की कहानी.
Women's Junior Asia Cup 2023: भारत की जूनियर महिला हॉकी टीम ने पहली बार जूनियर एशिया कप (Women's Junior Asia Cup 2023) जीत कर इतिहास रचा है. इस टीम की स्टार खिलाडी है लखनऊ की रहने वाली मुमताज खान. फॉरवर्ड हॉकी खिलाड़ी मुमताज ने पूरी दुनिया में देश का नाम रौशन कर दिया है. खास तौर से उन्होंने ने अपने माता-पिता का मान बढ़ा दिया है, जो ठेले पर सब्जी बेचकर गुजर बसर करते हैं. अपनी बेटी के सपनों को पूरा करने के लिए उन्होंने रात-दिन एक कर दिया.
मध्यम वर्गीय परिवार से ताल्लुक रखती हैं मुमताज
जानकारी के मुताबिक मुमताज खान एक मध्यम वर्गीय परिवार से ताल्लुक रखती हैं. मुमताज के लिए यह मुकाम हासिल करना आसान नहीं था. उनके पांच बहनें और एक भाई है. मां कैसर जहां और पिता हाफिज खान तोपखाना बाजार में सड़क किनारे सब्जी का ठेला लगाते हैं. इससे पहले उनके पिता रिक्शा चलाते थे और पूरे परिवार का भरण पोषण करते थे. ठेले की कमाई से जो आमदनी होती उसी के आठ लोगों का गुजारा करता है. घर की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण पूरा परिवार एक छोटे से कमरे में रहता है.
जानकारी के मुताबिक साल 2013 में मुमताज स्कूल टूर्नामेंट में हिस्सा लेने आगरा गई थीं, जहां उन्होंने दौड़ में पहली रैंक हासिल की. टीम के कोच उनके प्रदर्शन को देखकर काफी प्रभावित हुए और उनसे हॉकी खेलने को कहा. कोच के प्रोत्साहन पर उन्होंने हॉकी खेलना शुरू किया. अच्छा प्रदर्शन करने पर स्पोर्ट्स हॉस्टल में स्कॉलरशिप के जरिए मुमताज का सिलेक्शन हो गया. साल 2017 में उन्होंने जूनियर नेशनल हॉकी टीम में अपनी जगह बनाई. आज मुमताज के परफॉर्मेंस से उनके माता-पिता बेहद खुश है. वहीं, पूरे प्रदेश में लोग उनकी तारीफ कर रहे हैं.
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