प्रयागराज में 30 मदरसे ऐसे पाए गए हैं जो बिना मान्यता गलत तरीके से चल रहे.. इनकी सूची तैयार की जा रही है.... गौर करने वाली बात यह है कि अभी सर्वे जारी है... ऐसे में बिना मान्यता संचालित होने वाले मदरसों की संख्या में इजाफा हो सकता है..
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लखनऊ: यूपी की योगी सरकार के आदेश के बाद मंगलवार यानी 13 सितंबर से प्रदेश के गैर मान्यता प्राप्त मदरसों का सर्वेक्षण शुरू हो गया है. सरकार की तरफ से ये बात भी साफ कर दी गई है कि किन बिंदुओं पर मदरसों का सर्वे किया जाएगा. सरकार की ओर से जारी किए गए फॉर्मेट में सर्वे के 11 बिंदु तय किए गए हैं. सर्वे में यह देखा जाएगा कि गैर मान्यता प्राप्त मदरसों की गवर्निंग कैसे होती है? इन्हें पैसे कहां से आते हैं? पाठ्यक्रम क्या है?
लखनऊ-दारल उलम नदवा कॉलेज में सर्वे
यूपी में मदरसों का सर्वे जारी है. आज लखनऊ के दारुल उलूम नदवा में सर्वे किया गया. सर्वे के दौरान एसडीएम,बीएसए और डीएमओ मौजूद रहे. बता दें कि दारुल उलूम नदवा कॉलेज देश के बड़े मदरसों में शुमार है. बड़ी तादात में बच्चे यहां पर पढ़ते हैं. सर्वे के लिए कई अधिकारियों की टीम पहुंची. सर्वे की रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी.
प्रयागराज में 30 मदरसे पाए गए फर्जी
शुरुआती जांच पड़ताल में संगम नगरी में तीस मदरसे फर्जी पाए गए हैं. ये मदरसे बगैर मान्यता लिए नियम विरुद्ध तरीके से चल रहे हैं. जिले में सर्वेक्षण का कार्य अभी भी जारी है. आने वाले दिनों में जनपद में फर्जी मदरसों की संख्या बढ़ सकती है. सर्वेक्षण का काम पूरा होने के बाद अवैध तरीके से संचालित मदरसों के खिलाफ कार्रवाई होगी.
मदरसों के सर्वे का विरोध करने वालों की सोच अलग
गिरिराज सिंह केंद्रीय मंत्री (Giriraj Singh Union Minister) ने मदरसों के सर्वे को लेकर कहा है कि जो लोग मदरसों के सर्वे का विरोध कर रहे हैं उनकी सोच अलग है. कुछ मजहबी नेता राजनीति कर रहे हैं. वहीं लखीमपुर गैंगरेप कांड की घटना पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि योगी और मोदी सरकार के खिलाफ विरोधियों के पास कुछ नहीं है. इसलिए उनको बोलने के लिए कुछ न कुछ चाहिए.
एसडीएम अमरोहा ने शहर की जामा मस्जिद स्थित मदरसे में किया सर्वे
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के द्वारा मदरसों का सर्वे कराया जा रहा है उसी क्रम में अमरोहा के एसडीएम अनिल कुमार जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के प्रभारी अधिकारी के साथ अमरोहा की जामा मस्जिद पहुंचे. जहां उन्होंने वहां संचालित होने वाले मदरसे का सर्वे किया. एसडीएम ने वहां की व्यवस्थाएं और शिक्षा का हाल जाना. विभिन्न बिंदुओं पर जानकारी लेने के साथ-साथ उन को क्या पढ़ाया जाता है यह परखने के लिए एसडीएम सदर खुद टीम के साथ मदरसे में पढ़ने वाले छात्रों के कमरे में गए और किताबों की भी जानकारी ली. इस दौरान उन्होंने उनके खाने-पीने और रहने की व्यवस्था भी देखी. उन्होंने कहा कि मदरसे का सर्वे चल रहा है हम लोग रोजाना टीम बनाकर अलग-अलग क्षेत्रों में जा रहे हैं. इसकी रिपोर्ट 5 अक्टूबर तक हमें प्रेषित करनी है.