Uttarakhand Foundation Day: 21 साल पहले हुई थी राज्य की स्थापना, नहीं मिली अब तक स्थायी राजधानी, जानें इतिहास
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Uttarakhand Foundation Day: 21 साल पहले हुई थी राज्य की स्थापना, नहीं मिली अब तक स्थायी राजधानी, जानें इतिहास

देवभूमि उत्तराखंड अपने 22वें साल में प्रवेश कर रहा है. 9 नवंबर यानी आज आयोजित होने वाले राज्य स्थापना दिवस समारोह 'उत्तराखण्ड महोत्सव' के रूप में मनाया जा रहा है. धामी-योगी ने दी शुभकामनाएं

 

Uttarakhand Foundation Day:  21 साल पहले हुई थी राज्य की स्थापना, नहीं मिली अब तक स्थायी राजधानी, जानें इतिहास

देहरादून: देश के 27वें राज्य के रूप में अस्तित्व में आया उत्तराखंड (Uttarakhand) मंगलवार को अपना 21वां स्थापना दिवस (Foundation Day) मना रहा है. देवभूमि उत्तराखंड अपने 22वें साल में प्रवेश कर रहा है. 9 नवंबर यानी आज आयोजित होने वाले राज्य स्थापना दिवस समारोह 'उत्तराखण्ड महोत्सव' के रूप में मनाया जा रहा है. ये आयोजन 9 नवंबर से 15 नवंबर तक चलेगा. इस दिवस पर गौरव पुस्कार की भी शुरुआत की जाएगी.

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सीएम धामी ने दी प्रदेश वासियों को शुभकामनाएं
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश वासियों को राज्य स्थापना दिवस की शुभकामनाएं दी हैं. धामी ने राज्य निर्माण के सभी अमर शहीदों, आंदोलनकारियों और देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर जवानों को श्रद्धापूर्वक नमन करते हुए हाल ही में राज्य में आई आपदा में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट की. सीएम ने राज्य निर्माण के उत्तराखंड की मजबूत नींव रखने वाले पूर्व पीएम अटल विहारी वाजपेई को भी राज्य की जनता की ओर से नमन किया.

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी उत्तराखंड दिवस की शुभकामनाएं और बधाई दी है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि- प्राकृतिक सुरम्यता व सुष्मिता से पूरित तथा सनातन संस्कृति के अनेक प्रतीकों को संजोए देवभूमि उत्तराखंड राज्य के स्थापना दिवस की सभी उत्तराखंड वासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं. ईश्वर से प्रार्थना है कि यह रमणीय प्रदेश प्रगति-पथ पर निरंतर गति करता रहे.

एक हफ्ते तक चलेगा आयोजन
एक हफ्ते तक आयोजित होने वाले इस महोत्सव के दौरान राजधानी से लेकर स्थानीय पंचायत स्तर तक कार्यक्रमों को आयोजित किया जाएगा. राज्य स्थापना दिवस पर “उत्तराखंड गौरव पुरस्कार” की शुरुआत की जा रही है जिसमें राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाले 5 प्रतिष्ठित लोगों को पुरस्कृत किया जाएगा. राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाले प्रतिष्ठित लोगों को पुरस्कृत किए जाने की व्यवस्था की जाए.

2000 में उत्तराखंड का निर्माण
9 नवंबर साल 2000 में उत्तराखंड का निर्माण हुआ था. उत्तराखंड को उत्तर प्रदेश के उत्तर पश्चिमी के काफी सारे जिलों को जोड़कर बनाया गया. इसके अलावा हिमालय माउंटेन रेंज के कुछ हिस्से को भी उत्तराखंड के निर्माण को बनाने में जोड़ा गया. इस साल 2021में 21वां उत्तराखंड फाउंडेशन दिवस मनाया जाएगा. जानकारी के लिए बता दें कि पहले इसका नाम उत्तरांचल था, लेकिन 2007 में इसे बदल कर उत्तराखंड कर दिया गया.
साल 2000 से 2006 तक इसे उत्तरांचल के नाम से पुकारा जाता था, लेकिन जनवरी 2007 में स्थानीय लोगों की भावनाओं का सम्मान करते हुए इसका आधिकारिक नाम बदलकर उत्तराखंड कर दिया गया.

नहीं अब तक मिली स्थायी राजनीति
राज्य स्थापना के 21 साल बाद भी उत्तराखंड को स्थायी राजधानी नहीं मिल सकी है. देहरादून आज भी अस्थायी राजधानी है और गैरसैंण को बीजेपी सरकार के कार्यकाल में ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाया गया. जबकि राज्य आंदोलन से जुड़े लोग गैरसैंण को जनभावनाओं की स्थायी राजधानी के रूप में देखते हैं.

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