आस-पास के लोगों का कहना है कि शाश्वमेघ थाना क्षेत्र में विश्वनाथ कॉरिडोर के लिए हो रही खुदाई की वजह से मकान की नींव कमजोर हो गई थी, जिसके वजह से यह हादसा हुआ.
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वाराणसी: उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिलो में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर (Kashi Vishwanath Corridor) में मंगलवार की सुबह जर्जर हो चुके दो मंजिला मकान के भरभराकर गिरने से दो मजदूरों की मौत हो गई, जबकि विश्वनाथ कॉरिडोर में कार्य करने वाले आधा दर्जन मजदूर हुए घायल हो गए. घायलों का शिवप्रसाद गुप्त मंडलीय चिकित्सालय में इलाज चल रहा है. काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का कार्य कर रही कंपनी के मजदूर बताये जा रहे हैं .
जर्जर मकान में रह रहे थे मजदूर
जानकारी के मुताबिक, विश्वनाथ कॉरिडोर में काम करने वाले मजदूर जर्जर मकान में अस्थायी तरीके से रहते थे. मंगलवार की सुबह मकान अचानक से भरभरा कर गिर गया. मकान के मलबे में सभी मजदूर दब गए. जिसके बाद सूचना पर पहुंची पुलिस की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर सभी को बाहर निकाला. इसके बाद उनको अस्पताल भिजवाया, जहां पर डॉक्टरों ने दो मजदूरों को मृत घोषित कर दिया. मृतकों का नाम अमीनुल (45) और एबाउल (27) है. सभी लोग पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं.
माना जाता है PM मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट
इस प्रोजेक्ट को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट माना जाता है. यह कॉरिडोर काशी विश्वनाथ मंदिर, मणकर्णिका घाट और ललिता घाट के बीच 25,000 हजार वर्ग मीटर में बन रहा है. इसके तहत फूड, स्ट्रीट, रिवर फ्रंट समेत बनारस की तंग सड़को के चौड़ीकरण का काम चल रहा है.
मृतकों के परिजनों को मिलेंगे 5-5 लाख रुपये
प्रशासन ने मृतक के परिजनों को 5-5 लाख रुपए मुआवज़ा देने का ऐलान किया है. वहीं घायलों को 50-50 हजार रुपए के मुआवजे की घोषणा की गई है.
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