BHU को मंगलवार 18 मार्च को छात्रों और विश्वविद्यालय प्रशासन के बीच फिर हुआ बवाल, पिछले 5 दिनों से धरना दे रहे छात्र सुंदरकांड का पाठ कर रहे थे, इस बीच प्रॉक्टोलियल बोर्ड ने आकर माइक बंद करवा दिया. आगे जानें क्या है पूरा मामला.....
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Varansi: वाराणसी काशी हिंदू विश्वविद्यालय प्रशासन और छात्र एक बार फिर आमने- सामने आ गए हैं. परीक्षा नियंत्रक कार्यालय के सामने पीएचडी शोध परीक्षा में अनियमितता को लेकर पांच दिन से छात्र धरना दे रहे थे. इसी बीच छात्रों ने मंगलवार को गौरी गणेश की प्राण- प्रतिष्ठा कर माइक लगाकर सुन्दरकाण्ड का पाठ करने लगे. माइक लगाकर तेज आवाज में सुंदरकांड का पाठ होता देख प्रॉक्टोरियल बोर्ड ने माइक बंद करवा दिया. इसके बाद छात्रों में और विश्वविद्यालय में जमकर बवाल हुआ.
खबर विस्तार से-
दरअसल पीएचडी प्रवेश के रिक्त सीटों की सूची जारी करने की मांग को लेकर छात्र पांच दिनों से परीक्षा नियंत्रक के बाहर धरना दे रहे थे. परीक्षा नियंत्रक कार्यालय के बाहर छात्रों द्वारा माइक लगाकर सुंदरकांड का पाठ किया जा रहा था, तभी प्रॉक्टोरियल बोर्ड की टीम मौके पर पहुंची और तेज आवाज का हवाला देते हुए हनुमान चालीसा पाठ के बीच में ही माइक बंद कर दिया, जिस पर छात्र नाराज हो गए और प्रॉक्टोरियल बोर्ड टीम से हाथापाई की.
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विवि प्रशासन पर छात्रों ने लगाए आरोप
धरने पर बैठे छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि हमारी पांच सूत्री मांगों पर विचार नहीं किया जा रहा है. कोई भी जिम्मेदार हमसे बात करने धरना स्थल पर नहीं आया है.' छात्रों ने कहा कि प्रॉक्टोरियल बोर्ड हमसे धरना खत्म करने को कह रहा है. हम सुंदरकांड का पाठ कर रहे थे, तभी प्रॉक्टोरियल बोर्ड के चीफ धरना स्थल पर पहुंचे और हमें सुंदरकांड का पाठ करने से रोकते हुए माइक बंद कर दिया.
मामले की जांच कराएंगे
मामले को लेकर चीफ प्रॉक्टर शिव प्रकाश सिंह ने कहा कि उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं है, लेकिन जहां बच्चे प्रदर्शन कर रहे हैं. वहां माइक लगाकर सुंदरकांड का पाठ करना ठीक नहीं है. बच्चों द्वारा कोई अनुमति नहीं ली गई. उन्होंने कहा कि हम इस मामले की जांच कराएंगे.