स्थिति की गंभीरता को देखते हुए वेटनरी विभाग द्वारा उपरोक्त करवाई की गई व स्वास्थ्य विभाग द्वारा मोबिन के घर व आस-पास के लोगों की भी जांच की गई.
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संदीप केशरवानी/हरदोई: घोड़ों में ग्लैंडर्स जैसी लाइलाज बीमारी मिलने से पशु विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. ये बीमारी घोड़े जैसी प्रजाति को पालने व उनके साथ रहने वाले पालकों को भी अपनी चपेट में ले लेती है. इस बीमारी का कोई इलाज नही होता है. लाइलाज बीमारी से मनुष्य भी एक दूसरे के संपर्क में आने से ग्रसित हो जाता है, जिसके बाद मौत ही होती है.
दो घोड़ों में ये बीमारी मिलने से उन दोनों घोड़ों को पशु चिकित्सा विभाग ने मौत की नींद सुला कर सुरक्षित दफना दिया है तथा उनके पालकों के घर के सभी लोगो की भी जांच कराई है. पशु चिकित्सा अधिकारी के अनुसार अब तक जनपद में 500 घोड़ों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं. रिपोर्ट मिलने पर कार्यवाही की जाएगी.
दरअसल, मल्लावा कस्बे के श्यामपुर के रहने वाले मोबिन पुत्र आमीन के दो नर घोड़ो में जांच के बाद ग्लैंडर्स नामक लाइलाज बीमारी पाई गई थी. इस बीमारी की पुष्टि तब हुई जब हिसार के अश्व अनुसंधान केंद्र ने मल्लावा पशु चिकित्सा अधिकारी को पत्र भेज कर इसकी जानकारी दी. पत्र में बताया गया कि दोनों घोड़ों में ग्लैंडर्स रोग पाया गया, जो अत्यंत खतरनाक है. ये घोड़ों में पाई जाने वाली ग्लैंडर्स जूनोटिस लाइलाज बीमारी है, जिसके सम्पर्क में आने से मनुष्य तथा पशु-पक्षी भी प्रभावित हो सकते हैं.
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए वेटनरी विभाग द्वारा उपरोक्त करवाई की गई व स्वास्थ्य विभाग द्वारा मोबिन के घर व आस-पास के लोगों की भी जांच की गई. जांच में किसी को कोई परेशानी नहीं मिली है. अनुसंधान केंद्र ने जिले के लगभग 500 घोड़ों के सीरम जांच के लिए भेजे हैं. ऐसा जिले में पहली बार हुआ है जब इस तरह की बीमारी घोड़ों में पाई गई है. इस संदर्भ में जिला पशु चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि ये एक लाइलाज और गंभीर बीमारी है जिसके लिए पूरी सावधानी बरती जा रही है.