Panchkoshi: उत्तरकाशी वारुणी यात्रा वरुणा नदी में स्नान के साथ शुरू होती हैं. बता दें होने वाली यह 15 किलोमीटर की पैदल यात्रा वरुणावत पर्वत के ऊपर से गुजरते हुए असी गंगा और भागीरथी के संगम पर पूजा-अर्चना के साथ ही ये यात्रा संपन्न होती है, वहीं पंचकोसी वारुणी नाम से हर वर्ष होने वाली इस यात्रा का बड़ा धार्मिक महत्व माना जाता है. कहा जाता है कि इस यात्रा को पूर्ण करने वाले व्यक्ति को 33 करोड़ देवी देवताओं की पूजा-अर्चना का पुण्य लाभ मिलता है.ऐसे में आइयें खुद जानते है क्या कहना है इस बारे में वहां घूमने आए भक्तों का...