Pradosh Vrat Date and Time: कहते हैं अगर सच्चे मन से भगवान शिव यानी भोलेनाथ की पूजा आराधना की जाए तो वे सभी देवताओं सबसे जल्दी प्रसन्न होने वाले देव हैं. भगवान शिव की आराधना के लिए प्रदोष व्रत का बहुत अधिक महत्व माना गया है. यह व्रत हर माह दो बार आता है. मान्यता है कि विधि-विधान से भगवान शिव की पूजा और इस दिन व्रत रखने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है और कष्ट दूर होते हैं. पंचाग के अनुसार मई यानी ज्येष्ट माह का दूसरा प्रदोष व्रत 17 मई 2023 को है. यह व्रत इस बार बुधवार को है इसलिए इसे बुद्ध प्रदोष व्रत कहते हैं.
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