Fact Check: 11 जुलाई को पीएम मोदी ने राष्ट्र को समर्पित देश के सबसे बड़े राष्ट्रीय प्रतीक का अनावरण नए संसद भवन की छत पर किया. नए अशोक स्तंभ की तस्वीरें जैसे ही सामने आई सोशल मीडिया पर जमकर वायरल होने लगी. थोडे ही देर में सोशल मीडिया पर इस नए और पुराने अशोक स्तंभ की तुलनात्मक फोटों भी वायरल होने लगी जिसे लेकर सरकार की जमकर आलोचना होने लगी. कुछ लोगों ने इसे शेयर करते हुए कहा कि नए अशोक स्तंभ की बनावट में छेड़छाड़ हुई है. जी मीडिया की डिजीटल टीम ने जब इस नए अशोक स्तंभ की तुलना वाराणसी के सारनाथ संग्रहालय में रखे मानक अशोक स्तंभ से कि तो कुछ फैक्ट्स सामने आए. पता चला कि नए अशोक स्तंभ के शेर के एक्रप्रेशन में कोई परिवर्तन नहीं किया गया. हमारी रिसर्च में सोशल मीडिया पर किए जा रहे सभी दावे गलत और बेबुनियादी है.