दिल को झकझोर देने वाले विक्टोरिया पार्क अग्निकांड के पीड़ितों के जख्म मानों आज भी हरे हैं. शनिवार को इस वीभत्स अग्निकांड की 15वीं बरसी है. वो सबकुछ हो गया जिसे होना था, लेकिन नहीं मिला तो पीड़ितों को अभी इंसाफ. इंसाफ के लिए पीड़ित लंबी लड़ाई लड़ रहे हैं. इस अग्निकांड के पीड़ितों के जख्मों पर सरकार और आयोग भी मरहम नहीं लगा सके। अब आखिरी उम्मीद सुप्रीम कोर्ट से है जहां यह मामला विचाराधीन है. जानिए क्या कुछ हुआ था 10 अप्रैल 2006 की उस काली शाम को.