वृंदावन: बांके बिहारी मंदिर के परिसर में हुई 500-500 रुपये के नोटों की बारिश!
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वृंदावन: बांके बिहारी मंदिर के परिसर में हुई 500-500 रुपये के नोटों की बारिश!

उत्‍तर प्रदेश के मथुरा जनपद के वृंदावन में स्थित एक सबसे प्रमुख मंदिर में बीते शनिवार को अचानक कुछ ऐसा नजारा देखने को मिला, जिससे हक्‍के बक्‍के रह गए। वृंदावन के श्री बांके बिहारी मंदिर में अचानक नोटों की बारिश होने लगी। मंदिर परिसर के अंदर अचानक से 100 या 50 के नोट नहीं बल्कि 500-500 के नोटों की बारिश होने लगी।

वृंदावन: बांके बिहारी मंदिर के परिसर में हुई 500-500 रुपये के नोटों की बारिश!

वृंदावन : उत्‍तर प्रदेश के मथुरा जनपद के वृंदावन में स्थित एक सबसे प्रमुख मंदिर में बीते शनिवार को अचानक कुछ ऐसा नजारा देखने को मिला, जिससे हक्‍के बक्‍के रह गए। वृंदावन के श्री बांके बिहारी मंदिर में अचानक नोटों की बारिश होने लगी। मंदिर परिसर के अंदर अचानक से 100 या 50 के नोट नहीं बल्कि 500-500 के नोटों की बारिश होने लगी।

ये नजारा हकीकत में देखने को मिला। दरअसल हुआ कुछ यूं कि बांके बिहारी मंदिर के पास घूम रही एक टूरिस्ट का पर्स एक बंदर ने अचानक से झपट लिया। उस टूरिस्ट के पर्स में 500 रुपए के नोट के 3 बंडल रखे थे। उसके बाद उक्‍त बंदर एक बिल्डिंग की छत पर बैठ कर नोटों के बंडल फाड़ने लगा और नोट गिराने लगा। इसी बीच, नीचे नोट लूटने के लिए लोगों में भगदड़ मच गई। इस बीच किसी ने उस टूरिस्ट का 30 हजार रुपये का मोबाइल भी गायब कर दिया। यह पर्स मुंबई के बोरीवली परिवार के साथ भगवान कृष्ण की जन्मस्थली मथुरा-वृंदावन घूमने आई हेमवती सोनकर का था।

शनिवार को बांके बिहारी मंदिर में दर्शन करने के बाद हेमवती अपने पति और बेटी के साथ बाजार में खरीदारी करने लगीं। तभी एक बंदर आया और उनके हाथ से पर्स छीनकर भाग गया। जिसके बाद बंदर ने एक इमारत के ऊपर बैठकर पर्स को खोला और उसमें रखी नोटों की गड्डियां निकाल ली और नीचे फेंकने लगा। हालांकि पैसे लुटते देख हेमवती को याद आया कि बंदर नकल करते हैं और उन्होंने इसके जरिए अपना पर्स वापस पाने के लिए खाने वाली कई चीजें बंदर के तरफ उछालीं ताकि वह भी देखा-देखी पर्स नीचे फेंक दे लेकिन हेमवती की इस तरकीब का उस बंदर पर कोई असर नहीं पड़ा और वह पहले की तरह नोट बरसाता रहा।

गौर हो कि मथुरा में बंदरों का काफी आतंक है। निधिवन, सेवाकुंज, बांके बिहारी मंदिर, राधावल्लभ, शाहजी, रंग मंदिर सहित अन्य जगहों पर बंदरों का जमावड़ा रहता है। बंदर अचानक से वहां घूम रहे श्रद्धालुओं के चश्मे, पर्स, मोबाइल और कैमरे छीन लेते हैं। यही नहीं, इस क्रम में वे कई बार श्रद्धालुओं को घायल भी कर देते हैं। इसमें आश्चर्य की बात तो यह है कि रुपये बरसाने का यह कारनामा किसी इंसान ने नहीं बल्कि एक बंदर ने किया।

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