Monsoon Recipes Secrets: यूपी में पिछले दो दिनों से लगातार बारिश हो रही है. ऐसे में मौसम सुहावना हो गया है. बारिश के मौसम का मजा चाय-पकौड़े के बिना अधूरा है. यूं कहें बारिश और पकौड़ों का गहरा नाता है. जैसे ही बारिश होती है पकौड़े खाने की तलब हो जाती है. क्‍या आपने कभी सोचा है कि बारिश होते ही आखिर लोगों को चाय-पकौड़े खाने की तलब क्‍यों लग जाती है?. तो आइये जानते हैं बारिश में चाय-पकौड़े का कनेक्‍शन. 


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चाय-पकौड़ा परफेक्‍शन कॉम्बिनेशन 
पकौड़ा, भजिया और चटपटी चाट का नाम लेते ही सामान्‍य दिनों में मुंह में पानी आ जाता है. वहीं, बारिश होते ही चटपटी चीजें खाने का और मन करता है. मौसम सुहावना होते ही डॉक्‍टरों के लाख मना करने पर भी खुद को चटपटी चीजें खाने से रोक नहीं पाते. इसके पीछे की एक वजह यह भी है कि चाय-पकौड़े को परफेक्‍ट कॉम्बिनेशन माना गया है. यही वजह है कि गरमा गर्म पकौड़े देखकर खुद को दूर नहीं रख पाते. 


वैज्ञानिक कारण भी जान लें 
दरअसल, बारिश में हमारे बॉडी को धूप नहीं मिल पाती. ऐसे में शरीर में विटामिन डी की कमी महसूस होने लगती है. इससे शरीर में सेरोटोनिन नामक हार्मोन का स्तर कम हो जाता है. इसी वजह से हमारे भीतर कार्बोहाइड्रेट्स को लेकर क्रेविंग बढ़ जाती है. पकौड़ों के साथ खाई जाने वाली चटपटी जैसे खाद्य पदार्थ इसे बढ़ाने का काम करते हैं. साथ ही बारिश में आलस भी खत्‍म करते हैं. 


मूड फ्रेश करने का अच्‍छा विकल्‍प 
जानकारों के मुताबिक, बारिश में सूरज की रोशनी और धूप न मिल पाने से पीनियल ग्रंथियां मेलाटोनिन छोड़ती हैं. इस कारण हमें आलस महसूस होता है. ऐसे में हमारी बॉडी क्लॉक भी डिस्टर्ब होती है. ये होने पर दिमाग हमें निर्देश देता है और तब कुछ ऐसा खाने का मन करता है जिससे मूड अच्‍छा हो जाए. मूड बेहतर करने के लिए गरमा गर्म चाय-पकौड़े बेहतर माना गया है. इसके अलावा बारिश में तला-भुना खाने से हमारे ब्रेन में डोपामाइन का स्राव भी बढ़ता है. इससे हमें खुशी का अनुभव होता है. ऐसे में पकौड़े सिर्फ शारीरिक सेहत ही नहीं मानसिक सेहत के लिए भी फायदेमंद साबित होते हैं.


 


 


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