Pukhraj Stone Benefits: पुखराज धारण करने से बदल जाएगा जीवन, करियर, विवाह और स्वस्थ शरीर के लिए है लाभकारी
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand2025818

Pukhraj Stone Benefits: पुखराज धारण करने से बदल जाएगा जीवन, करियर, विवाह और स्वस्थ शरीर के लिए है लाभकारी

Pukhraj Stone Benefits: अगर गुरु ग्रह का शुभ रत्न पुखराज धारण करें तो कुंडली में गुरु की स्थिति को मजबूत किया जा सकता है. पुखराज पहनने के काफी लाभ हैं.

Pukhraj dharan karne ke labh
Yellow Sapphire Stone Benefits: ज्योतिष शास्त्र में गुरु ग्रह का काफी महत्व है. बिना इसके मांगलिक कार्यों का होना संभव ही नहीं है, ऐसे में गुरु ग्रह के कमजोर होने से जातक के जीवन में कई तरह की परेशानियां आती है. अगर गुरु दोष होता है तो सफलता, शिक्षा, विवाह, यश पाने में जातक को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. व्यक्ति बड़ी मुश्किल से शिक्षा प्राप्त कर पाता है, उसे कार्य में असफलता मिलती है. विवाह में देरी होती है. हालांकि हर परेशानी का हल होता है और गुरु ग्रह को मजबूत करने के लिए भी ज्योतिष शास्त्र में कई उपाय बताए गए हैं. आइए उनमें से एक उपाय के बारे में जानें. दरअसल अगर गुरु ग्रह का शुभ रत्न पुखराज धारण करें तो कुंडली में गुरु की स्थिति को मजबूत किया जा सकता है. पुखराज पहनने के काफी लाभ हैं और इसकों नियम पूर्वक धारण करने से कई परेशानियों को जीवन से दूर किया जा सकता है.
 
पुखराज पहनने के लाभ
-पीले रंग का पुखराज पहनने वाले जातक को शिक्षा के क्षेत्र में बड़ी सफलता मिलती है. व्यक्ति के ज्ञान व बुद्धि में भी बहुत वृद्धि होती है.
-पुखराज पहनने वाले लोगों को धन लाभ, संतान सुख, यश और कीर्ति हालिस होती हैं. जातक का दांपत्य जीवन भी खुशहाल होता है और मांगलिक कार्य के योग बनते हैं.
-विवाह में देरी होने की स्थिति में या वैवाहिक जीवन में परेशानी आने पर जातक को पीला पुखराज धारण करना चाहिए. इसे धारण करने से पुत्र प्राप्ति की कामना पूरी होती है.
-मेहनत के बाद भी अगर काम में सफलता नहीं मिल रही है, उन्नति रुक गई है, सुख व सौभाग्य की कमी है तो जातक को पुखराज पहनना चाहिए. 
-पुखराज पहनने से मन के भीतर आध्यात्म बढ़ता है. योग, साधना की ओर जातक अग्रसर होता है और मानसिक शांति भी मिलती है.
 
पुखराज पहनने के नियम
-सबसे पहले  कुंडली में गुरु की स्थिति को जांच लें. सही रत्ती के पुखराज को ही पहनें.
-ज्योतिषाचार्य की मदद से असली पुखराज लें औऱ सोने की अंगुठी में जड़वाकर तर्जनी अंगुली में धारण करें.
-गुरुवार के दिन सुबह शुभ मुहूर्त में पुखराज को पहन सकते हैं. पुष्य नक्षत्र, द्वितीया, एकादशी व द्वादशी तिथि, इनमें से किसी भी एक तिथि पर पुखराज धारण करें. 
-वृष, कन्या, तुला, मकर व मिथुन राशि के जातक पुखराज न पहनें. यह रत्न कर्क, मेष, सिंह, वृश्चिक, धनु व मीन राशि के जातक के लिए लाभकारी है, यही लोग धारण करें.
-पुखराज के साथ हीरा, पन्ना जैसे रत्न नहीं पहनने चाहिए. इसके लिए आप किसी योग्य ज्योतिषाचार्य से परामर्श अवश्य कर लें अन्यथा यह आपको लाभी की जगह हानि कर सकता है.

Trending news