योगी कैबिनेट ने वृद्धावस्था पेंशन बढ़ाई, सरकारी नौकरी के लिए BTC के साथ B.Ed किया अनिवार्य
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योगी कैबिनेट ने वृद्धावस्था पेंशन बढ़ाई, सरकारी नौकरी के लिए BTC के साथ B.Ed किया अनिवार्य

वृद्धा अवस्था पेंशन 400 से बढ़कर 500 रुपये कर दिए गए हैं. राज्य अंश में 100 रुपए की और वृद्धि की गई है. आपको बता दें कि 79 से ऊपर के बुजुर्ग को पहले से ही 500 रुपये पेंशन दी जा रही है. यूपी में 41 लाख लाभार्थी अभी पेंशन पा रहे है. 

6 अहम मुद्दों पर योगी कैबिनेट में मुहर लगी है. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली, लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में आज (मंगलवार) कैबिनेट की बैठक हुई. इस बैठक में सरकार ने 6 अहम प्रस्तावों पर मुहर लगाई है. योगी सरकार ने राज्य के बुजुर्गों को तोहफा दिया है. सरकार ने वृद्धावस्था पेंशन में इजाफा कर दिया है. पेंशन राशि को 400 रुपये प्रति महीने से बढ़ाकर 500 रुपये प्रति महीना कर दिया गया है. आपको बता दें कि हर मंगलवार को योगी कैबिनेट की मीटिंग होती है. इससे पहले बीते मंगलवार यानी 4 जून को हुई बैठक में 8 अहम प्रस्तावों पर मुहर लगाई गई थी. 

इन प्रस्तावों पर लगी मुहर
- वृद्धा अवस्था पेंशन 400 से बढ़कर 500 रुपये कर दिए गए हैं. राज्य अंश में 100 रुपए की और वृद्धि की गई है. आपको बता दें कि 79 से ऊपर के बुजुर्ग को पहले से ही 500 रुपये पेंशन दी जा रही है. यूपी में 41 लाख लाभार्थी अभी पेंशन पा रहे है. 1 जनवरी से यह बढ़ा हुआ पैसा लागू होगा.

- प्रदेश में लघु माइक्रो ग्रेवी की स्थापना हेतु निमवाली 1961 में छठवां संशोधन किया गया है. ताजी बियर के तहत यह संशोधन किया गया है, जिसमे होटल में माइक्रो ग्रेवी लगाया गया है जिसमे बियर का उत्पादन होता है देश के 7 राज्यो में ऐसी स्थापना हुआ है.

- लाइसेंस फीस 25 हजार से बढ़ाकर ढाई लाख की गई है. लाइसेंस नवीनी करण के लिए 2 लाख रुपये लगेंगे. प्रतिदिन 600 लीटर 2.1 लाख लीटर प्रतिवर्ष से अधिक उत्पादन नहीं होगा. 

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- रायबरेली में एम्स के निर्माण चल रहा है, जिसे साल 2020 में निर्माण को पूरा करना है. वहीं, पुराने और जर्जर पड़े भवन को ध्वस्त करने से संबंधित प्रस्ताव पर भी कैबिनेट बैठक में मुहर लगी है. इस प्रस्ताव के तहत 76 आवास को ध्वस्त किया जाएगा. 

- पीजीआई के डॉक्टरों के एज लिमिट अब 2 साल बढ़ाया गया है, अब भर्ती के लिए 35 से 37 साल कर दिया है. 

- सहायक शिक्षा के लिए बीटीसी के साथ अब शिक्षकों को बीएड करना होगा.

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