Silkyara Tunnel Collapse: उत्तराखंड के सिलक्यारा में ढह गई सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को निकालने की कवायद लगातार जारी है. इस बीच बचाव कर्मियों के बीच यह समस्या भी है कि जब तक उनको बाहर निकाला न जा सके, तब तक सभी लोग टनल में सुरक्षित रहें. इसके लिए उनको पाइप के जरिए राहत सामग्री भेजी जा रही है. इनमें सबसे अहम भोजन है, जिससे वह स्वस्थ रहें और उनको सुरंग से बाहर निकालने तक कोई दिक्कत न हो. इसके लिए डॉक्टर्स के निर्देशन में भोजन तैयार किया जा रहा है.


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पाइप लाइन से भेजी जा रही सामग्री


मजदूरों के साथ संपर्क स्थापित करने के लिए महज एक पतली पाइप लाइन है. इसके जरिए मजदूरों तक भोजन, पानी, जरूरी दवाईयां भेजी जा रही हैं. हालांकि, इनमें सबसे अधिक महत्वपूर्ण चीज रोजाना भेजा जाने वाला भोजन है. भोजन को बेहद सावधानी और डॉक्टर्स की निगरानी में तैयार किया जा रहा है, ताकि कोई भी मजदूर बीमार न पड़े.


मसालों और तेल का रखा जा रहा ध्यान


रिपोर्ट्स के अनुसार, मजदूरों को खासकर मटर पनीर, वेज पुलाव और बटर रोटी भेजी जा रही है. इसमें मसालों और तेल का खासा ध्यान रखा जा रहा है, ताकि वह स्वादिष्ट होने के साथ ही आसानी से पच जाए. हालांकि, भोजन को मजदूरों तक सही सलामत पहुंचाना भी एक समस्या है, क्योंकि जिस पाइप लाइन से सामग्री भेजी जा रही है, वह काफी पतली है. ऐसे में भोजन को मजदूरों तक ताजा पहुंचाने के लिए विशेष तरह की पैकिंग भी की जा रही है. ताकि सामग्री बिना अटके आसानी से मजदूरों तक पहुंच जाए.


मजदूर आ रहे पॉजिटिव नजर


वहीं, डॉक्टर्स ने भी मजदूरों से बातचीत की. उनका कहना है कि कुछ लोगों को कब्ज की समस्या थी, उसके लिए दवा दी गई है. सब लोग पॉजिटिव नजर आ रहे हैं. उनके लिए ताजा भोजन, कपड़े और तोलिये जैसी चीजें भेजी जा रही हैं. बता दें कि सुरंग के बाहर श्रमिकों के कुछ परिवार के सदस्य कैंप कर रहे हैं. ये परिवार के सदस्य बेसब्री से उनके बाहर आने का इंतजार कर रहे हैं. 


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