वॉशिंगटनः 26 जनवरी को भारत ने अपना 70वां गणतंत्र दिवस मनाया. ऐसे में एक ओर जहां पूरा देश लोकतंत्र के इस महापर्व को मना रहा था तो वहीं अमेरिका में कुछ खालिस्तानी समर्थक गणतंत्र दिवस पर भारतीयों की परेड का विरोध कर रहे थे. दरअसल, अमेरिका के वॉशिंगटन शहर में गणतंत्र दिवस के मौके पर कुछ स्थानीय भारतीयों ने गणतंत्र दिवस पर तिरंगे और बैनर के साथ परेड निकालने का कार्यक्रम आयोजित किया था, इस पर कुछ खालिस्तानी समर्थकों ने इसका विरोध शुरू कर दिया और परेड बंद कराने में जुट गए.


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बता दें इससे पहले खालिस्तान समर्थकों चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर वॉशिंगटन में तिरंगा लहराया गया तो वह उसे जला देंगें, लेकिन किसी भी हालत में यहां गणतंत्र दिवस कार्यक्रम नहीं होने देंगे. ऐसे में जैसे ही कुछ स्थानीय भारतीय तिरंगा लेकर सड़कों पर उतरे खालिस्तान समर्थकों ने उनका विरोध शुरू कर दिया और परेड को बीच में ही रोक दिया, लेकिन सच्चे भारतीयों के सामने आखिर में खालिस्तान समर्थकों को हार मानना पड़ा. स्थानीय भारतीय विरोध के बाद भी आगे बढ़े और 'भारत माता की जय' के नारे लगाते रहे.





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वहीं सिख फॉर जस्टिस ग्रुप ने अपनी वेबसाइट पर दावा करते हुए कहा है कि उन्होंने अमेरिका में भारतीय दूतावास के सामने भारतीय झंडा जलाते हुए अपना विरोध व्यक्त किया है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सिख फॉर जस्टिस ग्रुप का यह दावा पूरी तरह से झूठा है और ग्रुप ने ऐसा कुछ नहीं किया है. बता दें खालिस्तान समर्थक गणतंत्र दिवस से पहले ही कह चुके थे कि वह वॉशिंगटन डीसी स्थित भारतीय दूतावास के सामने गणतंत्र दिवस के विरोध में 26 जनवरी को भारतीय झंडा जलाएगा.