नई दिल्ली: 21 जून को साल का पहला सूर्यग्रहण (Surya Grahan 2020) लग रहा है. खास बात यह है कि भारत के लिए आंशिक सूर्यग्रहण अनुकूल है. यह सूर्यग्रहण केवल भारत में ही नहीं बल्कि अन्य देशों में देखा जाएगा. यह सूर्यग्रहण मृगशिरा नक्षत्र में हो रहा है. मृगशिरा का मालिक मंगल है, जो सूर्य और चंद्रमा का मित्र है. जिस मिथुन राशि में ग्रहण है. उसका मालिक बुध भी मिथुन राशि में मौजूद है. ये सारी बातें देश के लिए अनुकूल हैं. यह भारत जैसे किसी भी सात्विक देश के लिए लाभदायक सिद्ध होगा.


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 ज्योतिषाचार्य पंडित मुरारी शरण शुक्ल के मुताबिक, ग्रहण के बाद कोरोना का असर भी कम होगा. ऐसा इसलिए क्योंकि सूर्य अपने उच्च राशि (मेष) को पार कर चुका है और मंगल भी अपनी उच्च राशि को पार कर चुका है. इन दोनों की भूमिका इस ग्रहण में है.  वहीं बीते साल का ग्रहण शनि के नक्षत्र उत्तरा भाद्रपद में हुआ था. जिसके कारण से कोरोना जैसी महामारी दुनिया में फैली. इस ग्रहण के 2 महीने बाद कोरोना का असर कम हो जाएगा.


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ग्रहण का इन राशियों पर खास असर
ज्योतिषाचार्य की मानें तो सूर्य ग्रहण के दौरान किसी को भी बाहर नहीं निकलना चाहिए. खास तौर पर बच्चे, वृद्ध, बीमार और गर्भवती महिलाएं घर से न निकलें. ग्रहण इन 4 राशियों ( मेष, सिंह, कन्या और मकर) के लिए शुभ है, बाकी 8 राशियों के लिए हानिकारक है. 


ग्रहण के दौरान इस बात का भी रखें ख्याल


ग्रहण के समय भोजन करने से शरीर में बीमारियां पनपती हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता घटती है. ग्रहण के समय सोने से शरीर में आलस्‍य आता है और ताकत घटती है.