नई दिल्ली: 29 वर्षीय युवा आइकॉन वैश्विक प्रभाव वाले उद्यमी प्रतीक गौरी (Prateik Gauri) 6 अरब मनुष्यों को बिज़नेस के लिए नियमित रूप से सकारात्मक की राह पर चलाने के लिए तैयार हैं. दरअसल, प्रतीक गौरी लाभ के लिए फॉर-प्रॉफिट से 500 ब्रांडों को स्थानांतरित करने में मदद कर रहे हैं, जिसे वह '5वीं इंडस्ट्रियल रेवोलुशन (5th industrial revolution)' कहते हैं. 


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'5वीं इंडस्ट्रियल रेवोलुशन' के बारे में प्रतीक कहते हैं कि इसमें मनुष्य और मशीनें एक साथ काम करेंगे. बता दें कि, द यूरोपियन स्टिंग के प्रकाशित एक लेख में प्रतीक लिखते हैं, '5IR 4IR (AI / IoT / ब्लॉकचेन) में बनाई गई फ्रंटियर टेक्नोलॉजी का उपयोग मानवता को सकारात्मक रूप से प्रभावित करने के लिए किया गया है.' जनवरी 2020 में, उन्होंने अमिताभ बच्चन द्वारा होस्ट की गई आरबी के हार्पिक मिशन पाणि को दावोस में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में ले जाने में भी मदद की. 


दिल्ली का यह लड़का अभी मात्र 29 वर्ष का है और उसने दावोस में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम, ऑक्सफोर्ड में स्कोल वर्ल्ड फोरम, ओस्लो में नोबेल शांति पुरस्कार फोरम, न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र, अनलीश इनोवेशन लैब जैसे मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व किया है. वहीं, चीन एवं मेक्सिको में स्वर्ण जीत कर भारत का मान बढ़ाया है. प्रतीक कई संस्थान से जुड़े हैं, जिनमें इंडिया होस्ट ऑफ़ टीवी शो फिनटेक टीवी और द इम्पैक्ट, ग्लोबल यूथ लीड ऑफ़ ड्रीम टैंक प्रमुख है. गौरी ने वर्ष 2019 में 26 देशों की यात्रा की और 10 विभिन्न देशों में 10 से अधिक पुरस्कार जीते हैं.


इसके अलावा गौरी दुनिया भर में एक बिलियन युवा आंदोलन लेट्स डू के सह-संस्थापक भारत फ्लैगशिप जीटीएम ​​इंजन, एएलटी सीटीआरएल के सह-संस्थापक एक ब्लॉकचेन-सक्षम मंच,  लेटेस्टगोसोशल के सह-संस्थापक एक रचनात्मक विपणन एजेंसी, भारत की सह-संस्थापक में अपना योगदाने दे रहे हैं. वे एक नेतृत्व आंदोलन, ग्लासटेक के सह-संस्थापक एक शून्य अपशिष्ट बी2बी कांच के बने पदार्थ ब्रांड, और टाटा समूह के साथ कार्यकारी पदों पर रह चुके हैं.


प्रतीक गौरी कहते है, 'मैं पिछले 3 वर्षों में 30 से अधिक देशों में जा कर और सफलतापूर्वक अरबपतियों, मशहूर हस्तियों और दुनिया के 500 प्रभाबी सीईओ से धन जुटाने में कामयाब रहा हूं.' बता दें कि, प्रतीक ने हजारों डॉलर के असंख्य पुरस्कार जीते हैं. 


प्रतीक ने अपना 2 साल का एमबीए प्रतिष्ठित भारतीय विदेश व्यापार संस्थान और शिकागो विश्वविद्यालय से सामरिक प्रबंधन में एक प्रमाण पत्र अर्जित किया. 


प्रतीक ने आगे कहा कि मैं हमेशा से जॉब क्रिएटर बनना चाहता था. उद्यमिता भारत को एक ऐसा देश बनने में मदद करेगा, जिसकी हम कल्पना करते हैं, और मैं युवाओं को आईआईटी, आईआईएम अन्य संस्थानों में सर्वश्रेष्ठ विचारों को बोलने और वित्त पोषण करने के लिए प्रेरित करने की कोशिश करता हूं. इसके साथ ही 30 देशों में 150 से अधिक भाषण देने के बाद, 29 वर्षीय गौरी को एक बड़े प्रशंसक के साथ एक वैश्विक युवा आइकन माना जाता है.