अजब-गजब: धरती पर जीवित हाथियों में सबसे ज्यादा उम्र का `रमन` है बेहद खूखांर! फिर भी है जलवा, जानें क्यों?
Elephant Worship: अपनी कामकाजी लाइफ के बीच थोड़ा समय अपने लिए निकालिए और जानें कुछ रोचक बातें. आज हम आपको बताने जा रहे हैं एक ऐसे हाथी के बारे में जिसकी उम्र हो चुकी है 58 साल और खूंखार होने के बावजूद इसे पूजा जाता है...
Most Dangerous Elephant In India: हमारा देश आश्चर्यों से भरा पड़ा है. हम कोशिश करते हैं कि अपने पाठकों के लिए रोज कोई न कोई रोचक खबर लेकर आए. आज 'अजब-गजब' की इसी सीरीज में हम आपके लिए लाए हैं एक ऐसी ही अचरज भरी खबर. रही बात दिलचस्पी की तो इस खबर को पढ़कर आ ही जाएगी. चलिए जानते हैं क्या कुछ खास लाए हैं आज...
'अजब-गजब' स्पेशल
भारत में प्रकृति में मौजूद हर एक रचना को बहुत महत्व दिया गया है. यहां प्रकृति को ईश्वर का स्वरूप मानकर पूजा जाता है. इसके अलावा विशेष अवसरों पर जानवरों की भी पूजा होती है. इन अवसरों पर इन्हें परंपरागत तरीके से सजाया जाता है. उनका पूजन करते हैं और उन्हें सम्मान देते हैं. आज हम एक ऐसे हाथी के बारे में आपको बता रहे हैं, जो धरती पर जीवित हाथियों में सबसे ज्यादा उम्र का हाथी है. यही नहीं अब तक के सबसे खूंखार हाथियों में शामिल इसे क्यों पूजा जाता है?
यह है देश का सबसे खतरनाक बंदी हाथी
आपने राजेश खन्ना की फिल्म हाथी मेरे साथी का मशहूर गाना तो सुना ही होगा 'नफरत की दुनिया को छोड़कर प्यार की दुनिया में...' , ये गाना फिल्म में लोगों द्वारा एक मूक प्राणी पर किए अत्याचार को दर्शाता है, लेकिन आज जिस विशालकाय प्राणी के बारे में हम बात कर रहे हैं, वह खुद ही 'खूनी हाथी' कहलाता है. दरअसल, ट्वीटर @TansuYegen प्रोफाइल से एक वीडियो शेयर किया गया, जिसमें दुनिया के सबसे बड़े हाथी, हां बिल्कुल सही पढ़ा आपने विश्व के सबसे बड़े हाथी को पूजते और ढोल-नगाड़ों से उसका स्वागत करते देखा जा सकता है. हालांकि, ये हाथी बेहद ही खूंखार है, जो अपने जीवनकाल में 15 लोगों और 3 विशाल हाथियों की मौत के लिए जिम्मेदार है. फिर भी भारत का एक वर्ग विशेष उसे पूजता है.
सबसे ऊंचा हाथी 'थेचिकोट्टुकवु रामचंद्रन'
जानकारी के मुताबिक इस हाथी का नाम थेचिकोट्टुकवु रामचंद्रन है, जिसे लोग प्यार से 'रमन' कहते हैं. केरल में होने वाले त्रिशूर पूरम उत्सव के मौके पर रमन ही वडक्कुनाथन मंदिर के पट खोलता है. इसलिए ये जानलेवा होते हुए भी पूजनीय है. इसी अवसर के लिए इस हाथी का खूब साज शृंगार किया जाता है. इस हाथी की एक और खूबी है कि ये भारत का सबसे ऊंचा हाथी कहा जाता है.