55 घंटे बाद गिरी कर्नाटक में बीजेपी की सरकार, येदियुरप्पा ने राज्यपाल को सौंपा इस्तीफा
येदियुरप्पा ने विधानसभा में भावुक भाषण के साथ बोलना शुरू किया. किसानों, दलितों और राज्य की जनता की समस्या पर खुद के संघर्ष को गिनाया.
नई दिल्ली/बेंगलुरु: कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को राज्य विधानसभा में बहुमत साबित करने से पहले भावुक भाषण दिया. येदियुरप्पा ने कहा कि मेरे पास संख्या नहीं है. यदि 113 सीट होती तो राज्य की तस्वीर कुछ अलग होती. उन्होंने कहा कि मैं राज्य के हर इलाके में जाउंगा और किसानों और दलितों के लिए जो मेरा संघर्ष है वो जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि विपक्ष में बैठे मेरे दोस्तों में से कुछ लोगों को विश्वास था कि केंद्र में मोदी जी की सरकार ै और यहां हमारी सरकार के साथ मिलकर कर्नाटक का भला होगा. लेकिन ऐसा नहीं हो सका.
LIVE: अपडेट
- येदियुरप्पा ने राज्यपाल वजूभाई वाला को सौंपा इस्तीफा, इस दौरान उनके साथ केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार और पूर्व सीएम जगदीश शेट्टार भी थे.
- कर्नाटक विधानसभा में जैसे ही येदियुरप्पा ने इस्तीफे का ऐलान किया वैसे ही कांग्रेस- जेडीएस खेमे में जश्न मना
- कांग्रेस और जेडीएस की संख्या 117 है और हम अब सरकार बनाएंगे.
- विधानसभा के बाहर गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट का धन्यवाद करते है.
- 04.30 बजे राहुल गांधी प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे.
- कर्नाटक विधानसभा में बीएस येदियुरप्पा के इस्तीफे के ऐलान के बाद कांग्रेस और जेडीएस विधायकों में जश्न
- कांग्रेस नेता बीके हरिप्रसाद ने कहा कि इस बात की जानकारी हमें पहले से ही थी. बीजेपी बिना संख्या बल के सत्ता पाना चाहती थी.
- येदियुरप्पा ने 55 घंटे बाद ही मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया.
- येदियुरप्पा ने कहा कि मैं राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने जा रहा हूं.
- लोकसभा चुनाव 2019 में हम राज्य की 28 में से 28 सीटें जीतेंगे.
- येदियुरप्पा ने कहा कि अगर मैं सत्ता खोता हूं तो भी मैं कुछ नहीं खोऊंगा, मेरा जीवन लोगों के लिए है...
- चुनाव कब आएंगे मैं नहीं जानता हूं, पांच साल बाद भी आ सकता है और उससे पहले भी. मैं राज्य के हर क्षेत्र में जाउंगा और वहां यहां का हाल बताउंगा.
- जो उस तरफ बैठे हुए सदस्य है उनमे से कुछ लोग हमारी मदद करने की सोच रहे थे, लेकिन मैं राज्य की जनता को आश्वासन देता हूं. जब तक मेरी श्वास चलेगी मैं हर जगह जाउंगा फिर जीतकर आउंगा
- अगर मुझे बहुमत दिया होता तो राज्य की हालत ही बदल जाती, लेकिन संख्या मेरे साथ नहीं हैः येदियुरप्पा
- आज मेरे सामने अग्निपरीक्षा खड़ी है, ये पहली बार नहीं है, मैंने पूरे जीवन अग्निपरीक्षा दी हैः येदियुरप्पा
- राज्य को ईमानदार नेताओं की जरूरत हैः येदियुरप्पा
- मैं जनसेवा में जीवन समर्पित करना चाहता हूंः येदियुरप्पा
- सब लोगों को खुशी से जीना चाहिए, हमारे राज्य के लोगों की समस्याओं को जानने के लिए मैंने लोगों के साथ बात कीः येदियुरप्पा
- मैंने किसानों का ऋण माफ करने का सोचा था, डेढ़ लाख किसानों को खेती के लिए पानी की व्यवस्ता दिलवाने की मैंने सोचा थाः येदियुरप्पा
- इतने सालों बाद भी हम किसानों और गरीबों का पेट नहीं भर पाएः येदियुरप्पा
- येदियुरप्पा ने कर्नाटक के 6 करोड़ लोगों को धन्यवाद कहा
- जब तक जिंदा हूं, किसानों के लिए काम करूंगाः येदियुरप्पा
-03.40 मिनट पर येदियुरप्पा ने बोलने शुरू किया,
खबर पहले ही आ गई थी कि येदियुरप्पा दे सकते हैं इस्तीफा
सूत्रों के हवाले से पहले ही यह खबर मिल गई थी कि येदियुरप्पा बहुमत साबित करने से पहले ही इस्तीफा दे सकते हैं. सूत्रों का यह भी कहना था कि येदियुरप्पा के लिए खास तौर पर 13 पन्नों का भाषण तैयार किया जा रहा है.
विधानसभा की कार्यवाही का लाइव प्रसारण हुआ
एक तरफ विधायक अपने पद की शपथ ले रहे थे तो दूसरी तरफ सुप्रीम कोर्ट ने फ्लोर टेस्ट का लाइव टेलीकास्ट करने का आदेश जारी किया गया. कांग्रेस की याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने कहा था कि, 'बहुमत परीक्षण में पार्दशिता लाने के लिए लाइव टेलीकास्ट सबसे बेहतर विकल्प है.' सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा था, 'विधानसभा सचिव सदन की कार्रवाई रिकॉर्ड करके लाइव फ़ीड प्रसारण के लिए स्थानीय चैनलों को देंगे.'
शपथ से पहले येदियुरप्पा ने की विधायकों से की थी बातचीत
फ्लोर टेस्ट से पहले येदियुरप्पा ने बेंगलुरु में विधायकों के साथ बैठक की थी, जिसके बाद उन्होंने मीडिया से कहा, 'हम विधानसभा में बहुमत साबित करने पर पूरा भरोसा है. शाम 5 बजे जश्न होगा.' उच्चतम न्यायालय ने बीते शुक्रवार (18 मई) को यह आदेश सुनाया था. शीर्ष अदालत ने येदियुरप्पा को फ्लोर टेस्ट के लिए राज्यपाल द्वारा दी गई 15 दिन की समयसीमा को घटाते हुए यह व्यवस्था दी. विपक्षी जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन के विधायकों द्वारा दलबदल, इस्तीफा देने या मतदान से दूर रहने की स्थिति को छोड़ दें तो बहुमत साबित करने के लिए आंकड़े बीजेपी के पक्ष में नजर नहीं आते.
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हालिया विधानसभा चुनावों में बीजेपी सबसे बड़े दल के रूप में उभरी और उसके पास 104 सीटें हैं, जबकि कांग्रेस के पास 78 तथा जेडीएस के पास 37 सीटें हैं. तीन सीटें निर्दलीय को मिली हैं. 224 सदस्यीय विधानसभा में मतदान 222 सीटों पर हुआ था. दोनों ही खेमों ने आंकड़े अपने पक्ष में होने का भरोसा जताया है.
एक नजर समयवार घटनाक्रम पर...
* कांग्रेस विधायक आनंद सिंह विधानसभा के लिए निकलें.
* विधानसभा में कांग्रेस के दो विधायक आनंद सिंह और प्रताप गौड़ा पाटिल शपथ लेने के लिए नहीं पहुंचे हैं.
* कांग्रेस से सिद्धारमैया और बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा ने विधायक पद की शपथ ली.
* विधानसभा में प्रोटेम स्पीकर बोपैय्या ही विधायकों को सदस्यता की शपथ दिला रहे हैं.
* कर्नाटक विधानसभा के अंदर बीएस येदियुरप्पा और अन्य विधायक मौजूद हैं.
* फ्लोर टेस्ट के लिए विधानसभा में खास तैयारियां की गई हैं.
* हिल्टन होटल से विधानसभा के लिए निकले कांग्रेस विधायक
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* पार्टी बैठक के लिए भाजपा के सभी विधायकों को बस से शंगरीला होटल लाया गया है. इसके बाद उन्हें विधानसभा ले जाया जाएगा.
* विधानसभा में 200 से ज्यादा मार्शल तैनात किए गए हैं. कर्नाटक के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता सिद्धारमैया पहुंचे विधानसभा.
* प्रोटेम स्पीकर केजी बोपैया ने विधानसभा सचिव के साथ शाम 4 बजे होने जा रहे शक्ति परीक्षण की तैयारियों का निरीक्षण किया.
* कांग्रेस विधायकों से मिलने के लिए गुलाम नबी आजाद और मल्लिकार्जुन खड़गे हिल्टन होटल पहुंचे.
* विधानसभा के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई.
* पार्टी विधायकों से मिलने के लिए शंगरीला होटल पहुंचे मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा. यहां से वे फिर अन्य नेताओं के साथ विधानसभा के लिए निकलेंगे.
* भाजपा के सदानंद गौड़ा ने कहा, 'शाम 4:30 बजे तक इंतजार कीजिए, हम जीतेंगे और बीएस येदियुरप्पा अगले 5 सालों के लिए मुख्यमंत्री होंगे.'
* केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार ने कहा, 'कांग्रेस और जेडीएस का गठबंधन अपवित्र है. वे नकारे जाने वाले हैं, जनता उन्हें नकार रही है.'
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* शक्ति परीक्षण पर कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद ने कहा, 'संख्याबल भाजपा के खिलाफ है. संख्याबल हमारे पक्ष में है. हम सरकार बनाएंगे.'
* कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, 'भाजपा के पास संख्याबल नहीं है. हम शक्ति परीक्षण में जीत हासिल करेंगे. भाजपा सिर्फ अपना बहुमत साबित करने की कोशिश कर रही है और वे ऐसा करने में नाकाम होंगे.'
वहीं, सुबह 10 बजे से सभी विधायकों का विधानसभा पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया. इसके बाद सुबह 10.30 बजे विधायक शपथ लेंगे. बीएस येदियुरप्पा चार बजे विधानसभा में भाषण दे सकते हैं. संभावना है कि जेडीएस और कांग्रेस उनके भाषण का विरोध कर सकती है. बताया जा रहा है कि पहले हाथ उठाकर वोटिंग कराई जा सकती है.
उधर, राज्यपाल वजुभाई वाला द्वारा बीजेपी विधायक केजी बोपैया को अस्थायी अध्यक्ष (प्रोटेम स्पीकर) नियुक्त करने को लेकर एक और कानूनी लड़ाई की संभावना पैदा हो गई है. आमतौर पर विधानसभा के सबसे वरिष्ठ सदस्य को अस्थायी अध्यक्ष बनाया जाता है और इस प्रकार कांग्रेस के आर वी देशपांडे इस पद के लिए योग्य हैं.
येदियुरप्पा को बहुमत साबित करने का भरोसा
17 मई की सुबह तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले लिंगायत नेता येदियुरप्पा (75) ने कहा कि वह राज्य विधानसभा में बहुमत साबित करने को लेकर ‘‘100 प्रतिशत’’ आश्वस्त हैं. शीर्ष अदालत के आदेश के तुरंत बाद येदियुरप्पा ने बेंगलुरु में पत्रकारों से कहा, ‘हम उच्चतम न्यायालय के आदेश का पालन करेंगे बहुमत साबित करने के लिए हमारे पास 100 प्रतिशत सहयोग एवं समर्थन है.’ येदियुरप्पा ने कहा, ‘‘इस सब राजनीतिक खेल के बीच, हम कल बहुमत साबित करेंगे. हम उच्चतम न्यायालय के आदेश का पालन करेंगे.’’
जेडीएस-कांग्रेस को गठबंधन के विधायकों पर पूरा भरोसा
वहीं, जद (एस) के प्रमुख और विपक्षी खेमे के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि उन्हें गठबंधन के विधायकों पर ‘‘पूरा भरोसा’’ है. उधर, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कांग्रेस में किसी तरह की टूट की बात को खारिज करते हुए कहा कि कल विधानसभा में होने वाले शक्ति परीक्षण से पहले उनके सभी विधायक साथ हैं. उन्होंने कहा,‘‘हम सभी एकसाथ हैं.’’ जद (एस) के विधान परिषद सदस्य बसवराज ने कहा कि सिद्धरमैया ने हैदराबाद में कांग्रेस के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक को संबोधित किया है. उन्होंने कहा कि जद (ए ) के 36 तथा कांग्रेस के 77 विधायक होटलों में डेरा डाले हुए हैं.
तीन जजों की पीठ ने की सुनवाई
न्यायमूर्ति ए के सिकरी, न्यायमूर्ति एस ए बोबडे और न्यायमूर्ति अशोक भूषण की तीन सदस्यीय विशेष खंडपीठ ने कहा, ‘‘सदन को फैसला लेने दें, और सबसे अच्छा तरीका शक्ति परीक्षण होग.’’ इसके साथ ही न्यायालय ने राज्यपाल और राज्य सरकार को निर्देश दिया कि शक्ति परीक्षण होने तक विधानसभा के लिये किसी भी ऐंग्लो इंडियन को मनोनीत नहीं किया जाये. न्यायालय ने यह निर्देश भी दिया कि शक्ति परीक्षण होने और बहुमत साबित होने तक नवगठित राज्य सरकार कोई भी बड़ा नीतिगत निर्णय नहीं ले.
विधानसभा परिसर की सुरक्षा तय करने का भी निर्देश
पीठ ने राज्य के पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिया कि वह विधानसभा परिसर के आसपास समुचित सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करें. पीठ ने कहा कि राज्यपाल को सौंपे गये येदियुरप्पा के पत्रों की संवैधानिक वैधता के सवाल पर बाद में विचार किया जाएगा. न्यायालय ने कहा कि अंतत: बहुमत तो सदन में ही साबित करना होगा और इसीलिये कल (शनिवार, 19 मई) शाम चार बजे शक्ति परीक्षण कराने का आदेश दिया गया है.
मुकुल रोहतगी ने शक्ति परीक्षण के लिए मांगा था 21 मई तक का समय
इस मामले की सुनवाई के दौरान मुख्यमंत्री की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने सोमवार (21 मई) तक का वक्त मांगा था, लेकिन पीठ ने शक्ति परीक्षण कल (शनिवार, 19 मई) करने का आदेश दिया. येदियुरप्पा ने शक्ति परीक्षण गुप्त मतदान के माध्यम से कराने का पीठ से अनुरोध किया जिसे न्यायाधीशों ने अस्वीकार कर दिया.