जब कुकिंग ऑयल (खाना पकाने वाला तेल) की बात आती है, तो वे सभी एक जैसे नहीं होते हैं. तेल के प्रकार को समझना महत्वपूर्ण है. तेल दो प्रकार से आते है, पहला जानवरों के सोर्स से (जैसे कि लार्ड), जो खराब होता है. वहीं, दूसरा जैतून, सूरजमुखी या तिल का तेल, जो शरीर के लिए अच्छा होता है. कुकिंग ऑयल के बारे में मुख्य चिंता इसमें शामिल सैचुरेटेड और ट्रांस फैट की संख्या है. यह शरीर में सूजन के एक हाई रिस्क खतरे से जुड़ा हुआ है. इसके अलावा, सैचुरेटेड और ट्रांस फैट से डायबिटीज सहित लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारियों का खतरा भी बढ़ सकता है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कुछ तेलों में ओमेगा-3 और मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड पाए जाते हैं, जो दिल की सेहत के लिए अच्छा होता है. इसलिए, एक ऑयल फ्री डाइट की सलाह बिल्कुल नहीं दी जाती है. बल्कि, खाना पकाने के तेल को बुद्धिमानी से चुनना महत्वपूर्ण है.


क्या कुकिंग ऑयल से डायबिटीज होता है?
यह एक मिथक है कि कुकिंग ऑयल से डायबिटीज होता है, हालांकि अगर कोई हेल्दी ऑयल डाइट पर है, लेकिन हेल्दी लाइफस्टाइल को बनाए नहीं रखता है, व्यायाम नहीं करता, तो उस डायबिटीज हो सकता है. इसलिए, विभिन्न प्रकार के कुकिंग ऑयल के बारे में लोगों को शिक्षित और जागरूक करना महत्वपूर्ण है.


लोग अपनी पसंद के भोजन से भी डायबिटीज के शिकार हो सकते हैं. हाल के दिनों में जंक फूड, चिप्स और फ्राई के अधिक सेवन से डायबिटीज बढ़ रहा है. अध्ययनों से पता चला है कि फ्राई फूड के सेवन से डायबिटीज 70 प्रतिशत की दर से बढ़ता है. इसलिए डायबिटीज से बचने के लिए डाइट प्लान की जांच करने की सलाह दी जाती है.


अन्य फूड जो डायबिटीज के खतरे को बढ़ाते हैं?


  • सैचुरेटेड और ट्रांस फैट का सेवन

  • प्रोसेस्ड कार्बोहाइड्रेट

  • रेड मीट का सेवन


तेल की मात्रा बढ़ने से डायबिटीज नहीं होता है, बल्कि अनहेल्दी कुकिंग ऑयल के सेवन से होता है. हालांकि डायबिटीज होने का प्रमुख कारण अनहेल्दी लाइफस्टाइल,फूड और अनियमित डाइट प्लान है.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)


पाठकों की पहली पसंद Zeenews.com/Hindi - अब किसी और की ज़रूरत नहीं.