नई दिल्ली: दिनभर कंप्यूटर पर काम करने या फिर मोबाइल के अधिक प्रयोग के बीच यदि आपको गर्दन में दर्द और अकड़न की शिकायत होने लगी है तो आप सतर्क हो जाएं. ऐसा सिर दर्द जोकि अक्सर गर्दन के पीछे से शुरू होता है. अगर आपको भी ये दर्द होने लगा है तो आपको सतर्क होने की जरूरत है. हो सकता है कि यह दर्द सर्वाइकल पेन में बदल जाए. यह भी ध्यान दें कि क्या कंधे के आसपास दर्द या कंधे में अकड़न होने लगी है. अगर इसका जवाब भी हां में है तो संभल जाएं. इस तरह का पेन सरवाइकल का शुरुआती और बेहद आम लक्षण है.


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इसके लिए सबसे पहले तो आपको डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए. वह आपको फिजियोथेरपी की सलाह दे सकता है. इसमें जो एक्सरसाइज करवाई जाती हैं वो सीधे-सीधे आपके काम की होती हैं जिन्हें आप अपने सर्वाइकल फिजियोथेरेपी के सेशन के बाद भी कर सकते हैं.


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सर्वाइकल पेन में गर्दन में दर्द होता है और यह दर्द ज्यादातर मामलों में मिडिल एज वर्ग और अधिक उम्र के लोगों को होता देखा गया है. सर्वाइकल से जुड़े गर्दन दर्द को सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस भी कहा जाता है. वैसे तो इसके इलाज के तौर पर डॉक्टर कई बार मांसपेशियों को आराम देने वाली गोलियां और मलहम लिख देते हैं. लेकिन कई बार देखा गया है कि मामला इतना ज्यादा गंभीर हो जाता है कि इसके लिए सर्जिकल रास्ता अपनाना पड़ता है.


ऐसे में अच्छा तो यह होगा कि आप शुरुआती लक्षणों पर गौर करके इसके लिए उपाय करना शुरू कर दें. जबरदस्ती खुद को नुकसान में डालने वाली ऐसी गतिविधियों से बचें जिनसे जोड़ों पर लंबे समय दबाव पड़ता हो. ज्यादा प्रेशर डालने वाली गतिविधियों को करने से बचें. ऐसी गतिविधियों में वजन उठाना, जॉगिंग करना शामिल हैं.


अगर आपका वजन अधिक है यानी आप मोटे हैं तो इसे कम करने की कोशिश करें. जितना कम वजन होगा उतना कम बैक बोन यानी रीढ़ की हड्डी को काम करना होगा. उस पर दबाव कम रहेगा तो वह बेहतर रहेगी.


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रीढ़ की हड्डी को सपोर्ट करने वाली और दर्द को कम करने के लिए किसी एक्सपर्ट की सलाह पर व्यायाम करें. मसल्स को राहत देने के लिए अपनी गर्दन पर हीटिंग पैड या फिर कोल्ड पैक का इस्तेमाल करें.


मोबाइल फोन को आई लेवल पर रखें और इसका अधिकाधिक प्रयोग न करें. हेडफोन का इस्तेमाल करें. मोबाइल के अलावा कंप्यूटर के इस्तेमाल में भी यही नियम लागू होता है.


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