बहुत ज्यादा मीठा खाता है आपका बच्चा, शुगर पूरी तरह कट करने के बजाए करें ये काम
आपने अक्सर देखा होगा कि बच्चे का दिल केक, पेस्ट्री या टॉफी को लेकर काफी ज्यादा मचलता है. घर आने वाले मेहमान भी नन्हे मुन्नों के लिए चॉकलेट जैसी मीठी चीजें लाते हैं, लेकिन इसको कंट्रोल करना जरूरी है, वरना सेहत को नुकसान पहुंच सकता है.
Child Health: मीठा खाना भला किसे पसंद नहीं आता, छोटे बच्चों को कम उम्र से ही चॉकलेट और कैंडीज की आदत लग जाती है, यहां तक कि वो दूध में भी ज्यादा चीनी मिलाकर पीना पसंद करता है. एक पैरेंट होने के नाते आपको इस बात की फिक्र जरूर होती है कि कहीं शुगर की आदत उसकी सेहत न बिगाड़ दे. ऐसे में आप आखिर क्या कर सकते हैं
चीनी खिलाना बंद करने की बजाए क्या करें?
भारत की मशहूर न्यूट्रीशनिस्ट नमामी अग्रवाल (Nmami Agarwal) ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो शेयर करते हुए कहा, "क्या आप उन पैरेंट्स में से एक हैं जो अपने बच्चों के शुगर इंटेक को लेकर फिक्रमंद हैं, और नहीं जानते कि ऐसे में क्या करना चाहिए? एक मां-बाप के तौर पर हम अपने चाइल्ड की डाइट को पूरी तरह रेस्ट्रिक्ट नहीं कर सकते, इससे फूड्स के साथ अनहेल्दी रिलेशनशिप क्रिएट होगा, जो आगे चलकर अनहेल्दी ईटिंग पैटर्न में तब्दील हो जाएगा, ऐसे में आपको 4 तरह के उपाय करने चाहिए. "
1. प्रोटीन और फैट के साथ मीठी चीजों को पेयर करें (Team Up with Protein and Fat)
अगर आपका बच्चा मीठा स्नैक्स खा रहा है तो इसे योगर्ट, नट्स और एवोकाडो के साथ पेयर करें. इससे चाइल्ड की बॉडी शुगर को बेहतर तरीके से हैंडल कर पाएगी.
2. कम मात्रा में मीठा खिलाएं (Smaller Portions, Big Difference)
आप बच्चों को पूरी तरह मीठा खिलाना बंद न करें, हां इसकी मात्रा को कम जरूर कर सकते हैं, चाहे वो कैंडी हो या मिठाई. इससे शुगर को लिमिट किया जा सकता है.
3. फाइबर बेस्ट डाइट खाएं (Fiber to the Rescue)
आप बच्चे की डाइट में फाइबर बेस्ट फूड्स को बढ़ा दें, जैसे- होल ग्रेन, ओट्स और बींस खिलाएं. इससे शुगर का एब्जॉर्बशन स्लो होने में मदद मिलेगी.
4. पानी पिएं (Drink Up)
पानी पीने से बच्चे का शरीर शुगर को बेहतर तरीके से यूज कर पाएगा. आप अपने लाडले और लाडलियों को भोजन से पहले और साथ में पानी पिलाएं.
न्यूट्रीशनिस्ट नमामी अग्रवाल का मानना है कि अगर आप ऊपर लिखी हुई टिप्स को फॉलो करेंगे तो आपको बच्चा बिना शुगर का ज्यादा इंटेक किए मीठी ट्रीट का लुत्फ उठा पाएगा. यही वजह है की स्वीटनेस को बैलेंस करना जरूरी है.