Milk Testing: आपके घर आ रहा दूध असली है या नकली? मिनटों में ऐसे करें पहचान
Asli Nakli Doodh ki Pahchan: नकली और मिलावटी दूध का कारोबार लगातार बढ़ता जा रहा है और आज हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बता रहे हैं, जिनके फॉलो कर आप मिनटों में नकली दूध की पहचान कर सकते हैं.
Fake and Real Milk: दूध हमारे खाने-पीने का अहम हिस्सा है और ज्यादातर घरों में रोजाना दूध आता ही है. कुछ लोग पैकेट का दूध मंगाते हैं तो कुछ लोग गाय या फिर भैंस का दूध खरीदते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि मौजूदा समय में नकली और मिलावटी दूध का कारोबार लगातार बढ़ता जा रहा है, जो काफी हानिकारक होता है. तो चलिए आज हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बता रहे हैं, जिनके फॉलो कर आप मिनटों में घर बैठे नकली और मिलावटी दूध की पहचान कर सकते हैं.
नकली दूध पीना काफी खतरनाक
नकली और मिलावट वाला दूध पीना काफी खतरनाक होता है और इससे कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं. मिलावट वाला दूध पीने से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का खतरा होता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि मिलावटी दूध पीने से हड्डियां कमजोर होती हैं और केमिकल की वजह से आंतों और लीवर को नुकसान पहुंचता है. अगर जानकारी के अभाव में आप भी मिलावटी दूध की पहचान नहीं कर पाते हैं तो हम आपको कुछ तरीके बता रहे हैं.
कड़वा होता है मिलावटी दूध
एक्सपर्ट्स का कहना है कि दूध का अपना एक स्वाद होता है और असली दूध का स्वाद हल्का-सा मीठा होता है, जबकि नकली दूध में डिटर्जेंट और सोडा मिला होता है. इस वजह से मिलावटी दूध का स्वाद कड़वा हो जाता है.
डिटर्जेंट वाले दूध में बनता है ज्यादा झाग
दूध में झाग बनना आम बात है, लेकिन अगर दूध मं डिटर्जेंट मिला होता है तो इसमें सामान्य से ज्यादा झाग बनता है. डिटर्जेंट की पहचान के लिए एक कांच की शीशी या टेस्ट-ट्यूब में 5-10 मिलीलीटर दूध लेकर जोर-जोर से हिलाएं, यदि झाग बने और देर तक बना रहे तो इसमें डिटर्जेंट मिला हो सकता है.
रंग से करें असली-नकली दूध की पहचान
असली और नकली दूध की पहचान रंग के हिसाब से भी कर सकते हैं. एक्सपर्ट्स का मानना है कि असली दूध को स्टोर करके रखने पर रंग नहीं बदलता है और वह सफेद ही बना रहता है, जबकि नकली दूध धीरे-धीरे पीला होने लगता है. इसके अलावा असली दूध का रंग उबालने के बाद भी नहीं बदलता है, जबकि नकली दूध उबालने के बाद हल्का पीला होने लगता है.
पानी मिले दूध की ऐसे करें पहचान
दूध में केमिकल मिलाने के अलावा पानी मिलाने की भी समस्या बड़े पैमाने पर होती है. इसकी जांच के लिए सबसे पहले दूध की 2-4 बूंद किसी लकड़ी या पत्थर पर गिराएं. अगर दूध गिरते ही आसानी से बहने लगे तो समझ जाइए कि उसमें पानी मिला है, जबकि असली दूध धीरे-धीरे बहता है और सफेद निशान छोड़ता है.