देश की एकमात्र सीट जहां ईवीएम से नहीं बल्कि बैलेट पेपर से होंगे चुनाव, सीएम की बेटी हैं उम्मीदवार
तेलंगाना की निजामाबाद सीट से मुख्यमंत्री केसीआर की बेटी के खिलाफ लोकसभा चुनाव 2019 में लड़ रहे किसान सोमवार से प्रचार अभियान शुरू करेंगे.
हैदराबाद: देश में एक ओर जहां ईवीएम और बैलेट पेपर से चुनाव कराने पर बहस चल रही है, वहीं लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha elections 2019) में एक सीट ऐसी भी है जहां पर ईवीएम से नहीं बैलेट पेपर से चुनाव होंगे. तेलंगाना की निजामाबाद सीट पर बैलेट पेपर से वोट डाले जाएंगे. बड़ी बात ये है कि यहां पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी चुनाव लड़ रही हैं.
अब सवाल ये है कि आखिरकार इस सीट पर ईवीएम की बजाए बैलेट पेपर से चुनाव हो क्यों रहा है. इसकी बड़ी बजह है इस सीट पर जरूरत से ज्यादा उम्मीदवार होना. निजामाबाद लोकसभा सीट पर 185 उम्मीदवार मैदान में हैं. इसी कारण चुनाव आयोग को यहां पर बैलेट पेपर से चुनाव करवाना पड़ रहा है. अगर यहां पर ईवीएम और वीवीपैट का इस्तेमाल किया जाए तो हर बूथ पर 3-3 मशीनों का इस्तेमाल करना पड़ेगा. इसीलिए निर्णय लिया गया है कि यहां पर बैलेट पेपर से चुनाव कराए जाएं.
के चंद्रशेखर राव की बेटी हैं चुनावी मैदान में
इस सीट से मुख्यमंत्री केसीआर की बेटी के कविता चुनावी मैदान में हैं. 2014 में भी वही इस सीट से जीती थीं. तब उन्होंने कांग्रेस की याक्षी गौड़ को हराया था. इस बार भी उनकी भिड़ंत कांग्रेस की याक्षी गौड़ से है.
किसान उम्मीदवार भी मैदान में
तेलंगाना की निजामाबाद लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे किसान सोमवार से अपने चुनाव अभियान की शुरूआत करेंगे. किसान अपनी फसल के वाजिब दाम सुनिश्चित करने की मांग को लेकर चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने अपने बीच से एक उम्मीदवार चुन उसके लिये समर्थन मांगने का फैसला किया है.
अभियान के लिये किसानों की दो टीमें जिले के अलग-अलग इलाकों में बस यात्रा और पदयात्रा निकालेंगी और लोगों को चुनाव लड़ने की वजह बताते हुए समर्थन की मांग करेंगी. बैठक में शामिल रहे चुनाव लड़ने के इच्छुक एक व्यक्ति ने कहा, "बैठक में यह भी तय किया गया कि चुनाव प्रचार के बाद एक उम्मीदवार का नाम चुना जाएगा जिसके लिये लोगों से समर्थन मांगा जाएगा." उन्होंने कहा कि उम्मीदवार के नाम का ऐलान जल्द किया जाएगा. बता दें कि तमिलनाडु के किसानों ने भी पीएम मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़न की बात कही है.
इनपुट भाषा