मधुबनी : लोकसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने से नाराज अली अशरफ फातमी ने राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है. वह मधुबनी से टिकट की मांग कर रहे थे, लेकिन यह सीट महागठबंधन की सहयोगी विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) को चली गई. वीआईपी ने यहां से बद्री कुमार पूर्वे को टिकट दिया है. एक दौर में फातमी को लालू यादव का करीबी और भरोसेमंद नेता माना जाता था.


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ज्ञात हो कि इससे पहले कांग्रेस नेता शकील अहमद ने भी पार्टी से बागी तेवर अपनाते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने यहां से हुकुमदेव नारायण यादव के बेटे अशोक यादव को टिकट दिया है.



शकील अहमद ने भी कांग्रेस के प्रवक्ता पद से इस्तीफा दे दिया है. साथ ही पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को पार्टी से अपने इस्तीफे की चिट्ठी भी भेज दी है. हालांकि कहा जा रहा है कि उन्होंने पूर्ण विचार के लिए 18 तारीख तक अल्टीमेटम दे दिया है. वह आज यानी मंगलवार को नॉमिनेशन फाइल करेंगे.


आरजेडी नेता अली अशरफ फातमी ने इससे पहले ही पार्टी छोडने के संकेत दिए थे. फातमी 18 अप्रैल को मधुबनी सीट से नॉमिनेशन करने जा रहे हैं. इससे पहले फातमी ने कहा था कि 18 अप्रैल से पहले आरजेडी अगर फैसला नहीं लेती है तो उनके लिए दूसरी पार्टी का भी विकल्प खुला हुआ है. साथ ही यह भी कहा था कि अगर कांग्रेस शकील अहमद को सिंबल दे देती है तो वो चुनाव नहीं लड़ेंगे. लेकिन अब दोनों ही चुनाव मैदान में होंगे.