नई दिल्लीः राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 111 साल के बच्चन सिंह और 110 साल की राम प्यारी शंखवार क्रमश: सबसे बुजुर्ग पुरुष और महिला हैं जो दिल्ली में 12 मई को होने वाले लोकसभा चुनाव में मतदान करेंगे. सिंह पश्चिम दिल्ली के तिलक नगर के निवासी हैं जबकि शंखवार पूर्वी दिल्ली के कोंडली की रहने वाली हैं.


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ये दोनों दिल्ली के मुख्य चुनाव कार्यालय द्वारा पहचान किये गये सौ साल या उससे अधिक आयु के 90 मतदाताओं में शामिल हैं जो अगले महीने मतदान करेंगे. दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी रनबीर सिंह की योजनाओं के मुताबिक, मतदान करने के लिए उन लोगों को लाने और ले जाने का विशेष प्रबंध किया जाएगा.


गुरूचरण सिंह (35) ने बताया कि उनके दादा बच्चन सिंह को करीब ढाई महीना पहले मस्तिष्काघात हुआ जिसके बाद उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है.



पोते ने बताया, 'जहां तक मुझे याद है वह कभी भी मतदान करने से नहीं चूकते क्योंकि वह एक वोट की कीमत जानते हैं. अब उन्हें चीजें बमुश्किल से याद रहती हैं क्योंकि उन्हें कुछ महीने पहले मस्तिष्काघात हुआ था. हालांकि, वह चलने और बोलने में सक्षम हैं. ऐसे में हम उन्हें मतदान केन्द्र पर ले जाएंगे.' 


शंखवार पिछले एक दशक से उम्र संबंधी बीमारियों से जूझ रही हैं. वह कोंडली में मतदान करेंगी. वह अफसोस जताती हैं कि सभी प्रयासों के बावजूद उनका वृद्धावस्था पेंशन कार्ड नहीं मिला जो उनका अधिकार है.


उन्होंने बताया, 'मेरा इस किसी राजनीतिक दलों में कोई विश्वास नहीं है क्योंकि वे सभी सिर्फ वादे करते हैं और चुनाव से पहले लंबे दावे करते हैं और बाद में उन्हें ठंडे बस्ते में डाल देते हैं.' उन्होंने बताया कि वह स्वतंत्रता के बाद भारत के पहले आम चुनाव से वोट डाल रही हैं. हालांकि, उनके बेटे रामधनी शंखवार ने बताया कि वह अपनी मां को मतदान के लिए लेकर जाएंगे.


सिंह ने बताया कि 100 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों के मताधिकार का इस्तेमाल करने के लिए 12 मई को विशेष रूप से लाने और ले जाने का प्रबंध किया जाएगा.


राष्ट्रीय राजधानी में सभी सातों संसदीय क्षेत्रों में ऐसे 90 मतदाता हैं. सिंह ने बताया कि मतदान में मदद करने के लिए इन लोगों को मतदान केन्द्रों तक लाने और घर तक वापस छोड़ने के लिए व्यवस्था की जाएगी. उनका फूलों के गुलदस्ते के साथ मतदान केंद्रों पर स्वागत किया जाएगा. इसका उद्देश्य उन्हें विशेष महसूस कराना और उनकी देखभाल करना है.