नई दिल्ली: देशभर में इन दिनों दो ही बातों की चर्चा है. एक तो लोकसभा चुनाव में नेताओं के बयान और उसके बाद टीम इंडिया का वर्ल्ड कप के लिए सलेक्शन. चुनाव और क्रिकेट देश की सुर्खियों में छाए हुए हैं. ऐसे में चुनाव और क्रिकेट दोनों का एक साथ तड़का देखने को मिला है. सोमवार को ही इंग्लैंड में होने वाली आईसीसी वर्ल्ड कप क्रिकेट के लिए टीम के चयन की घोषणा हुई. इस चयन में कुछ चौंकाने वाले नाम थे. कुछ चौंकाने वाले नाम ऐसे भी थे जो नहीं थे. लेकिन एक नाम जो चुना गया वह दूसरी वजह चर्चा में रहा. वह था रवींद्र जडेजा का. जडेजा के चयन ने लोगों को उतना नहीं चौंकाया जितना कि चुनाव को लेकर उनके राजनैतिक ट्वीट ने. 


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क्या चयन का इंजतार ही कर रहे थे जडेजा?
हाल ही में रवींद्र जडेजा के परिवार की राजनीति में सक्रियता बढ़ी है. उनकी पत्नी भी पिछले कुछ समय से राजनीति में सक्रिय हैं. ऐसे में लग रहा था कि जडेजा अपना टीम इंडिया में चयन का इंतजार ही कर रहे थे. टीम में चयन होने के कुछ ही घंटों बाद जडेजा ने भारतीय जनता पार्टी को अपना समर्थन करने वाला एक ट्वीट जारी कर दिया. जडेजा की पत्नी रिवाबा जडेजा पिछले महीने ही बीजेपी में शामिल हुई हैं. 


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जडेजा का टीम इंडिया में चयन पक्का तो नहीं था लेकिन उनके चयन की स्थिति मजबूत ही थी. हालांकि जडेजा हमेशा ही प्रमुख खिलाड़ी के तौर पर टीम में कभी दावेदार नहीं रह सके थे. वे बढ़िया स्पिनर होने के बाद भी टीम में प्रमुख गेंदबाज के तौर पर कभी नहीं चुने गए. इसके बावजूद एक ऑलराउंडर के तौर पर उनके चुने जाने की संभावना बहुत ज्यादा थी. उनके अलावा केवल हार्दिक पांड्या और विजय शंकर ही हैं जो टीम में ऑलराउंडर के तौर पर थे, लेकिन स्पिन ऑलराउंडर केवल जडेजा ही हैं.  




जडेजा के ट्वीट पर लोगों ने भी चुटकी ली, खासकर उनके सिलेक्शन के बाद ट्वीट करने को लेकर एक फैन ने तो कह दिया कि मोदी ने टीम में सिलेक्शन करवाया है तो थैंक यू ट्वीट तो बनता है.



जडेजा के इस कदम की सोशल मीडिया पर आलोचना भी हो रही है. इस 23 अप्रैल को ही गुजरात की सभी 26 लोकसभा सीटों पर  मतदान होना है. रवींद्र जडेजा के ट्वीट की टाइमिंग विवाद पैदा कर सकती है. जडेजा परिवार केवल भाजपा से ही जुड़ा हो ऐसा नहीं है. रवींद्र के पिता अनिरुद्धसिंह और उनकी बहन नान्यबा ने भी रविवार को ही जमनगर के कलेवाद शहर में औपचारिक तौर पर कांग्रेस में शामिल होने की घोषणा की है. रवींद्र की बड़ी बहन नान्यबा एक नर्स हैं और वे महिला सशक्तिकरण, किसानों और युवाओं के लिए काम करना चाहती हैं.