कोलकाता: लोकसभा चुनावों (Lok sabha elections 2019) से पहले पश्चिम बंगाल में कांग्रेस को बड़ा झटका देते हुए माल्दा (उत्तर) से पार्टी सांसद मौसम बेनजीर नूर ने सोमवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) की मौजूदगी में तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया. दिवंगत कांग्रेस नेता एबीए गनी खान चौधरी की भतीजी नूर ने राज्य सचिवालय ‘नबन्ना’ में ममता बनर्जी से मुलाकात की जिसके बाद उनके शामिल होने की घोषणा की गयी. पिछले लोकसभा चुनाव में पार्टी ने राज्य की 42 सीटों में से चार पर जीत हासिल की थी. नूर दूसरी बार लोकसभा पहुंची थीं.


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नूर राज्य में भाजपा को रोकने के लिए तृणमूल कांग्रेस के साथ कांग्रेस के गठजोड़ की वकालत कर रही थीं. वह पिछले साल नवंबर में ममता बनर्जी से मिली थीं जिसके बाद से उनके तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें चल रही थीं. नूर के चाचा अबू हासिम खान चौधरी माल्दा (दक्षिण) से कांग्रेस सांसद हैं और वह तृणमूल कांग्रेस के साथ गठबंधन के पक्षधर हैं.


नूर ने संवाददाताओं से कहा, 'मैं दीदी (ममता) से प्रभावित हूं. मैं राज्य के विकास के लिए उनके निर्देशों पर काम करुंगी. हमें भाजपा से मुकाबला करना है और मुझे पूरा भरोसा है कि तृणमूल कांग्रेस आगामी लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में सभी 42 सीटों पर जीत हासिल करेगी.' 



नूर के पार्टी में शामिल होने के बाद ममता बनर्जी ने ऐलान किया कि वह पार्टी की महासचिव होंगी और उत्तर दिनाजपुर, दक्षिण दिनाजपुर तथा माल्दा में पार्टी का कामकाज संभालेंगी. बनर्जी ने कहा, 'वह कल से काम शुरू कर देंगी.' नूर के तृणमूल कांग्रेस में जाने पर कांग्रेस ने कहा कि तृणमूल राज्य में कांग्रेस को समाप्त करने की कोशिश कर रही है और इस तरह सांप्रदायिक भाजपा का रास्ता तैयार कर रही है.