नई दिल्ली : 2014 के लोकसभा चुनावों में जब पूरे देश में जब नरेंद्र मोदी और बीजेपी की लहर चली थी, तब पश्चिम बंगाल एक मात्र ऐसा राज्य था, जहां की ज्यादातर लोकसभा सीटों पर तृणमूल कांग्रेस ने कब्जा जमाया था. पश्चिम बंगाल की बर्दवान-दुर्गापुर लोकसभा सीट भी एक ऐसी ही सीट है, इस सीट पर 2014 के चुनावों में TMC की डॉ ममताज़ संघमिता को सबसे ज़्यादा 5,54,521 वोट मिले थे, जबकि CPM के सईदुल हक 4,47,190 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बर्दवान-दुर्गापुर सीट 2008 के परिसीमन के बाद बनाई गई. 2009 में हुए पहले आम चुनाव में CPM के सईदुल हक यहां से पहली बार सांसद चुने गए. उन्हें 5,73,399 वोट हासिल हुए. इस चुनाव में कांग्रेस दूसरे नंबर पर रही थी.


बर्दवान-दुर्गापुर संसदीय क्षेत्र में 7 विधानसभा सीटें आती हैं, जिनमें बर्दवान दक्षिण, मोंतेश्वर, बर्दवान उत्तर, भतार, गलसी, दुर्गापुर पुरबा और दुर्गापुर पश्चिम शामिल हैं. इसमें से बर्दवान उत्तर और गलसी अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीटें हैं