थेनी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि द्रमुक, कांग्रेस और उनके महामिलावटी मित्र विश्वपटल पर दर्ज भारत की तरक्की को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं और इसलिए उनसे नाराज हैं. मोदी ने द्रमुक-कांग्रेस गठजोड़ पर तंज कसते हुए कहा कि जो घोर शत्रु थे उन्होंने हाथ मिला लिए हैं बावजूद इसके कि बीते वक्त में राष्ट्रीय पार्टी दक्षिण भारत की अपनी सहयोगी पार्टी को अपमानित कर चुकी है.


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'भारत की तरक्‍की को महामिलावटी स्‍वीकार नहीं रहे'
प्रधानमंत्री ने यहां एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘आज भारत विश्वपटल पर तेजी से पहचान बना रहा है. कांग्रेस, द्रमुक और उनके महामिलावटी मित्र यह स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं. इसलिए वे मुझसे नाखुश हैं.’


मोदी लगातार विपक्ष के ‘महागठबंधन’ को ‘महामिलावटी’ संबोधित करते आ रहे हैं. उन्होंने द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन के उस प्रयास पर भी व्यंग्य किया जिसमें उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने का प्रस्ताव रखा था. मोदी ने कहा कि विपक्ष में से किसी ने भी इसका अनुमोदन नहीं किया क्योंकि वे सभी प्रधानमंत्री पद की दौड़ में शामिल हैं और इस पद पर आसीन होने का सपना देख रहे हैं.



'द्रमुख प्रमुख ने नामदार को PM प्रत्‍याशी बताया था'
मोदी ने कहा, ‘कुछ दिन पहले द्रमुक प्रमुख ने नामदार को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश किया था, लेकिन कोई इसे स्वीकारने के लिए तैयार ही नहीं था, यहां तक कि उनके महामिलावटी मित्र भी नहीं क्योंकि वे तो खुद प्रधानमंत्री पद की दौड़ में शामिल हैं और इस पद पर आसीन होने का सपना देख रहे हैं.’ 



उन्होंने कहा कि अतीत की कड़वाहट के बावजूद कांग्रेस और द्रमुक ने हाथ मिला लिए हैं. मोदी ने कहा कि राष्ट्रीय पार्टी दक्षिण की अपनी सहयोगी पार्टी का अपमान कर चुकी है. उनका स्पष्ट तौर पर इशारा द्रमुक सरकार की विदाई पर था. मोदी ने कहा कि लोगों को गुमराह करने के लिए, मोदी को हराने के लिए सभी भ्रष्ट लोग एकजुट हो गए हैं.