इतिहास में मोदी का नाम गुमराह करने वाले PM के रूप में जाना जाएगा- अशोक गहलोत
प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार रात गहलोत के गृहनगर जोधपुर में चुनावी सभा की और वंशवाद को लेकर गहलोत पर हमला बोला.
डूंगरपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पलटवार करते हुए मंगलवार को कहा कि देश के इतिहास में उनका नाम ‘गुमराह करने वाले प्रधानमंत्री’ के रूप में दर्ज होगा. गहलोत राजस्थान के इस आदिवासी बहुल इलाके के विख्यात बेणेश्वर धाम में एक चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे. मोदी पर मुद्दा आधारित राजनीति नहीं करने का आरोप लगाते हुए गहलोत ने कहा,'मोदी जिस प्रकार से बोलते हैं. देश को गुमराह करने वाले प्रधानमंत्री के रूप में आने वाले इतिहास में इनका नाम दर्ज होगा. यह मैं कह सकता हूं.'
उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री की एक गरिमा होती है बोलने की. प्रधानमंत्री बोलते हैं तो आम जनता के दिल को छूने वाली बात होनी चाहिए. मुद्दा आधारित राजनीति होनी चाहिए... मोदी जी कहते हैं कि कांग्रेस ने 70 साल में क्या किया, यह भी एक जुमला है.'
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार रात गहलोत के गृहनगर जोधपुर में चुनावी सभा की और वंशवाद को लेकर गहलोत पर हमला बोला. मोदी ने कहा, 'कांग्रेस और उसके साथियों के पास नीचे से ऊपर तक सिर्फ वंशवाद है. यह वंशवाद यहां जोधपुर सीट पर तो और खुलकर है. इसलिये राष्ट्रवाद पर बात करने से इनको डर लगता है.’ गौरतलब है जोधपुर लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को टिकट दिया है जो अपना पहला चुनाव लड़ रहे हैं.
गहलोत ने कहा कि मोदी कांग्रेस की 'न्याय' योजना से घबरा गए हैं और वह मुद्दों की बात नहीं करते. ‘यह नहीं बताते कि किसानों के लिए आपकी क्या योजना है, युवाओं के लिए क्या है, कमजोर पिछड़े वर्गें के लिए क्या है, दलितों के लिए क्या है, अल्पसंख्यकों व महिलाओं के लिए क्या योजना है... मोदी इन बातों का जवाब नहीं देते हैं. वो कभी गौमाता की बात करेंगे . चुनाव आते ही उन्हें राम मंदिर याद आता है. राष्ट्र भक्ति की बात करेंगे. क्या हम राष्ट्रभक्त नहीं हैं?'
इस अवसर पर राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि भाजपा के लोग देश के विकास के बारे में सवाल पूछने पर हिन्दुस्तान-पाकिस्तान, हिन्दु-मुस्लिम करने लग जाते हैं. उन्होंने कहा कि चुनाव में हार जीत होती रहती है लेकिन कांग्रेस ने अपने सिद्वांतों से समझौता नहीं किया है.