नई दिल्लीः भोपाल लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के मुंबई आतंकवादी हमले में शहीद हुए पूर्व एटीएस चीफ हेंमत करकरे पर दिए बयान के बाद जिला निर्वाचन अधिकारी और कलेक्टर पी सुदाम खाडे ने साध्वी प्रज्ञा के खिलाफ आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के तहत नोटिस जारी किया है. निर्वाचन अधिकारी ने साध्वी प्रज्ञा से मुंबई हमले में शहीद पूर्व एटीएस चीफ हेमंत करकरे के खिलाफ दिए बयान पर स्पस्टीकरण मांगते हुए नोटिस जारी किया है. बता दें शहीद करकरे के खिलाफ बयानबाजी को लेकर स्थानीय जिला प्रशासन ने भी साध्वी को चुनाव प्रचार की परमीशन नहीं दी है. जिसके चलते अब भोपाल से वर्तमान सांसद आलोक संजर प्रज्ञा ठाकुर के चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं.


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साध्वी प्रज्ञा को चुनाव प्रचार की परमीशन न मिलने के बारे में बात करते हुए सांसद आलोक संजर ने कहा कि जिला प्रशासन ने जानबूझकर अभी तक प्रज्ञा ठाकुर को चुनाव प्रचार की परमीशन नहीं दी है. साध्वी प्रज्ञा को आज गोविंदपुरा विधानसभा में चुनाव प्रचार करना था, लेकिन जिला प्रशासन अधिकारी लगातार इसका समय बढ़ाकर साध्वी प्रज्ञा के चुनाव प्रचार को रोक रहे हैं. सांसद संजर ने आगे कहा कि 'हमारे प्रत्याशी और कार्यकर्ता काफी समय से इस बात के इंतजार में बैठे हैं कि कब साध्वी प्रज्ञा को चुनाव प्रचार की परमीशन मिलेगी, लेकिन कांग्रेस सरकार के दबाव के चलते परमीशन नहीं मिली.'


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वहीं चुनाव प्रचार की अनुमति न मिलने पर साध्वी ठाकुर ने घर-घर जाकर जनसंपर्क शुरू कर दिया है. आज भोपाल के गोविंदपुरा विधानसभा क्षेत्र के रोहित नगर में साध्वी प्रज्ञा ठाकुर घरों में गई और लोगो से चर्चा की. स दौरान स्थानीय विधायक कृष्णा गौर, सांसद आलोक संजर भी साध्वी प्रज्ञा के साथ रहे. इसके अलावा कई कार्यकर्ता और भगवाधारी भी साध्वी के साथ मौजूद रहे और वंदे मातरम् और जय श्री राम के नारे लगाते रहे.


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बता दें भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारियों के संगठन आईपीएस एसोसिएशन ने साध्वी के बयान की निंदा की थी. करकरे के बारे में दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारियों के संगठन आईपीएस एसोसिएशन ने ट्वीट में कहा, "अशोक चक्र से सम्मानित आईपीएस, दिवंगत श्री हेमंत करकरे, ने आतंकवादियों से लड़ते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान कर दिया. एक उम्मीदवार द्वारा दिए गए अपमानजनक बयान की हम निंदा करते हैं और मांग करते हैं कि हमारे सभी शहीदों के बलिदान का सम्मान किया जाए."